रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पीएससी 2021 के घोटाले मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोनवानी की गिरफ्तारी पीएससी कैंडिडेट्स से 45 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में की गई है।
रायपुर की एक स्टील कंपनी के निदेशक के बेटे और बहू का उपजिलाधिकारी के रूप में चयनित करने के लिए 45 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। सीबीआई ने इस मामले में बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है।
श्रवण कुमार गोयल ने ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से 20 लाख और 25 लाख रुपये की दो किस्तों में रिश्वत का भुगतान किया था। सीबीआई की जांच में यह भी कहा गया है कि जिस ग्रामीण विकास समिति के सदस्य को रुपये दिए गए थे वह टामन सिंह सोनवानी का रिश्तेदार है।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती में गड़बड़ी का मामला तब सामने आया था जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद भाजपा ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
आरोप है कि स्टील कंपनी के निदेशक श्रवण कुमार गोयल ने बेटे शशांक और बहू भूमिका कटारिया का छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चयन के लिए पैसे दिए थे। उनका चयन उपजिलाधिकारी के रूप में किया जाना था।