सेना के शीर्ष कमांडेंटों ने की बैठक, भविष्य की रक्षा रणनीतियों पर की चर्चा

यह कार्यक्रम उभरती वैश्विक चुनौतियों के मद्देनजर निरंतर सुधार, नवाचार और सहयोग के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

नयी दिल्ली: सेना के कमांडेंटों का छठा सम्मेलन मंगलवार को सैन्य प्रौद्योगिकी संस्थान, पुणे में हुआ जिसमें भविष्य की रक्षा रणनीतियों की रूपरेखा पर विस्तार से मंथन किया गया।

मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ के तत्वावधान में आयोजित किये गये इस सम्मेलन में सशस्त्र बलों के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ-साथ प्रतिष्ठित सशस्त्र बल प्रशिक्षण संस्थानों और युद्ध कॉलेजों के कमांडेंटों ने भाग लिया। सम्मेलन में भारतीय सशस्त्र बलों के भावी नेतृत्व को तैयार करने के लिए भविष्य की रक्षा रणनीतियों की रूपरेखा तैयार करने पर विचार-मंथन किया गया।

वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न ज्वलंत विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के साथ साथ संस्थानों में सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा किया और भविष्य के लिए तैयार किये जा रहे बलों के बारे में रणनीति बनाई। यह कार्यक्रम उभरती वैश्विक चुनौतियों के मद्देनजर निरंतर सुधार, नवाचार और सहयोग के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

सम्मेलन ने सशस्त्र बलों के भावी नेतृत्व के प्रशिक्षण में सीखने की संयुक्त संस्कृति को बढ़ावा देने तथा नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर खुली बातचीत और निर्णय करने वाले अधिकारियों के साथ साथ खुलकर बातचीत के एक मंच के रूप में कार्य किया।

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