विशिष्ट मेहमानों के लिए जन्मभूमि ट्रस्ट ने की खास तैयारी, उपहार में दी जाएगी रामरज

अयोध्या: अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले सभी अतिथियों को उपहारस्वरूप ‘रामरज’ दी जाएगी और उन्हें प्रसाद के रूप में देसी घी से बने मोतीचूर के विशेष लड्डू दिए जाएंगे। एक सरकारी बयान के मुताबिक, 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने वाले मेहमानों को मंदिर की बुनियाद.

अयोध्या: अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले सभी अतिथियों को उपहारस्वरूप ‘रामरज’ दी जाएगी और उन्हें प्रसाद के रूप में देसी घी से बने मोतीचूर के विशेष लड्डू दिए जाएंगे। एक सरकारी बयान के मुताबिक, 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने वाले मेहमानों को मंदिर की बुनियाद की खुदाई के दौरान निकाली गई मिट्टी (रामरज) भेंट की जाएगी। बयान के अनुसार, राम जन्मभूमि की इस मिट्टी को विशेष छोटे बक्से में पैक किया जाएगा और प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों को भेंट किया जाएगा।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े एक सदस्य ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मंदिर की तस्वीर भेंट की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ट्रस्ट ने देशभर से 11,000 से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया है और इन सभी लोगों को यादगार उपहार देने की व्यवस्था की जा रही है। अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए 7,500 लोगों को मंदिर प्रांगण में बैठाने की व्यवस्था की गई है।

अयोध्या में 14 जनवरी से 24 मार्च तक देश-प्रदेश से लेकर दुनियाभर के 5,000 कलाकार एक तरफ जहां विभिन्न माटी की संस्कृतियों के सुरों की गंगा को प्रवाहित करेंगे तो वहीं इन 70 दिनों में 15 से अधिक देशों के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। इस अवधि में उत्तर प्रदेश की 25 और अन्य प्रदेशों की 10 रामलीला मंडलियों की प्रस्तुतियां भी त्रेतायुग के वैभव का दीदार कराएंगी।

प्राण-प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को 100 मंचों पर 2,500 लोक कलाकार सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे। सांस्कृतिक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर उनका भव्य स्वागत होगा। 100 मंचों पर 2,500 कलाकार भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे। 21 जनवरी को इसका पूर्वाभ्यास किया जाएगा। इसके अलावा अनेक स्थानों पर कलाकार भारतीय संस्कृति की खुशबू अपनी प्रस्तुति से बिखरेंगे। 14 जनवरी से 24 मार्च तक कलाकारों की तरफ से प्रस्तुति होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई प्रतिभाओं व स्थापित कलाकारों को मंच मुहैया कराने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में 10 सार्वजनिक स्थानों पर कार्यक्रम होंगे। भरतकुंड, सूर्यकुंड, गुप्तारघाट, झुनकी घाट, बड़ी देवकाली, गुलाबबाड़ी, रामघाट हाल्ट-सप्तरंगी पुल के बगल में, साकेत पेट्रोल पंप के बगल में, पराग डेयरी व अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के समीप मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रामनगरी में उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के कलाकारों की प्रतिभागिता भी रहेगी।

यहां तुलसी उद्यान में हरियाणा के राकेश गांगुली शिव स्तुति, उड़ीसा के अशोक बेहरा श्रीराम नाट्य, महाराष्ट्र के यशवंत माधव, तमिलनाडु के टीएस मोर्गन, पंजाब के जसवंत सिंह झूमर की प्रस्तुति देंगे। कर्नाटक के के.एस. सत्यनारायण टीम समेत सम्पूर्ण रामायण की बाल यात्रा की जीवंत प्रस्तुति देंगे।

पद्मश्री मालिनी अवस्थी, गोरखपुर के सांसद व फिल्म अभिनेता रवि किशन तथा कन्हैया मित्तल सरीखे कलाकारों की प्रस्तुति 22 जनवरी को शाम 5 से 8 बजे तक होगी। तुलसी उद्यान पर मालिनी अवस्थी और रवि किशन का कार्यक्रम होगा। राम की पैड़ी पर उज्जैन के शर्मा बंधु व चंडीगढ़ के कन्हैया मित्तल प्रस्तुति देंगे। राम कथा पार्क में नागपुर के वाटेकर सिस्टर्स की प्रस्तुति होगी।

नव्य अयोध्या का दिव्यतम दीदार कराएगी फ्लोटिंग स्क्रीन
सज चुकी है। महज 9 दिन बाद दुनिया उस पल का दीदार करेगी, जिसका 500 वर्षों से इंतजार था। आयोजन भव्यतम है तो इसका दीदार भी दिव्यतम होना चाहिए। इसी परिकल्पना के साथ योगी सरकार की मंशानुरूप फ्लोटिंग स्क्रीन का निर्माण कराया जा रहा है। दावा है कि यह देश की सबसे बड़ी फ्लोटिंग स्क्रीन है, जो अयोध्या की विकास गाथा की अलग कहानी भी बयां करेगी। इसके लिए नगर निगम व सैंचुरी हॉस्पिटैलिटी-मैगावर्स एसोसिएट के मध्य अगस्त में एमओयू हुआ था।

इस पर 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा और उसके बाद अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों को करीब से आगंतुक-पर्यटक व स्थानीय नागरिक देख सकेंगे। इसका निर्माण कराने वाली कंपनी के प्रबंध निदेशक अक्षय आनंद ने बताया कि यह देश की अब तक की सबसे बड़ी फ्लोटिंग स्क्रीन होगी। 1800 वर्ग फुट की वेसेल का निर्माण इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (आईआरएस) की देखरेख में चल रहा है। इसकी स्क्रीन 1100 स्क्वायर फुट की होगी।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए मॉरीशस ने अधिकारियों को विशेष अवकाश दिया
पोर्ट लुइस मॉरीशस सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम के तहत 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के ‘ऐतिहासिक’ प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान पूजा-अर्चना में शामिल होने के लिए हिंदू धर्म के लोकसेवकों को 2 घंटे का विशेष अवकाश देने का निर्णय किया है। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘कैबिनेट ने सोमवार 22 जनवरी 2024 को भारत के अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के संदर्भ में यहां हिंदू धर्म मानने वाले लोकसेवकों को दिन में दो बजे से दो घंटे के लिए विशेष छुट्टी देने पर सहमति व्यक्त की है क्योंकि यह एक ऐतिहासिक क्षण है जो अयोध्या में भगवान राम की वापसी का प्रतीक है।’ हिंदू धर्म के अनुयायियों की संख्या मॉरीशस में सबसे अधिक है। 2011 में हिंदुओं की आबादी लगभग 48.5 प्रतिशत थी।

मॉरीशस अफ्रीका का एकमात्र देश है जहां हिंदू धर्म सबसे अधिक प्रचलित धर्म है। प्रतिशत के संदर्भ में राष्ट्र हिंदू धर्म के प्रसार में नेपाल और भारत के बाद विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है। इस देश में हिंदू धर्म तब आया जब भारतीयों को गिरमिटिया मजदूर के रूप में औपनिवेशिक फ्रांसीसी और बाद में मॉरीशस एवं हिंद महासागर के पड़ोसी द्वीपों में ब्रिटिश बागानों में काम करने के लिए बहुत बड़ी संख्या में लाया गया था। प्रवासी मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से आए थे।

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