Amin Sayani Death: नहीं रहे आवाज की दुनिया के जादूगर Amin Sayani, PM Modi ने जताया दुःख

नई दिल्ली: रेडियो पर आवाज की दुनिया के जादूगर माने जाने और ‘बिनाका गीत माला’ सरीखे कार्यक्रमों के जरिए अपने प्रशंसकों के दिलों पर राज करने वाले अमीन सयानी का मंगलवार की रात मुंबई में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे और लंबे समय से उम्रजनित बीमारियों से पीड़ित थे। सयानी को कल.

नई दिल्ली: रेडियो पर आवाज की दुनिया के जादूगर माने जाने और ‘बिनाका गीत माला’ सरीखे कार्यक्रमों के जरिए अपने प्रशंसकों के दिलों पर राज करने वाले अमीन सयानी का मंगलवार की रात मुंबई में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे और लंबे समय से उम्रजनित बीमारियों से पीड़ित थे। सयानी को कल दिल का दौरा पड़ा , जिसके बाद उन्हें मुंबई के रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अथक प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और देर शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली।

अमीन सयानी की मौत से उनके बेटे रजिल सयानी गहरे सदमे में हैं। उन्होंने पिता की मौत के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अमीन सयानी को बीते दिन हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें तुरंत ही एचएन रिलायंस हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन रास्ते में ही अमीन सयानी ने दम तोड़ दिया। अमीन सयानी का अंतिम संस्कार कल यानी 22 फरवरी को होगा, क्योंकि आज उनके कुछ रिश्तेदार उनके अंतिम दर्शन के लिए मुंबई आने वाले हैं। अमीन सयानी के अंतिम दर्शन को लेकर जल्द ही ऑफिशियल स्टेटमेंट भी जारी की जाएगी।

सयानी कई फिल्मों में रेडियो अनाउंसर के तौर पर भी दिखे, जिनमें भूत बंगला, तीन देवियां, बॉक्सर और क़त्ल जैसी मूवीज शामिल हैं। अमीन सयानी ने करीब 50 हजार से ज्यादा रेडियो कार्यक्रम प्रोड्यूस/वॉयसओवर किए थे। करीब 19,000 जिंगल्स में आवाज देने‌ के लिए भी अमीन सयानी जाने जाते थे, इसके लिए उनका नाम लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है।

रेडियो की दुनिया में अपने योगदान के लिए अमीन सयानी को कई बड़े और प्रेस्टीजियस अवॉर्ड से भी नवाजा गया था।

  • लिविंग लीजेंड अवॉर्ड (2006)
  • गोल्ड मेडल (1991) – इंडियन सोसाइटी ऑफ एटवरटाइजमेंट की तरफ से
  • पर्सन ऑफ द ईयर अवॉर्ड (1992) – लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड्स
  • Kaan Hall of Fame Award (2003) – रेडियो मिर्ची की तरफ से
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