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Dangerous AirPort : दुनिया का सबसे खतरनाक AirPort, यात्रियों के साथ ही साथ थम जाती है पायलट की सांसे

नेशनल डेस्क : वायुयान यात्रा हम सभी के लिए सुविधाजनक और तेज़ तरीका है, लेकिन इसके साथ कुछ खतरें भी जुड़े होते हैं। जब हम बात करते हैं सबसे खतरनाक एयरपोर्ट की, तो इसका मतलब सिर्फ उस एयरपोर्ट के रनवे या तकनीकी कारणों से नहीं, बल्कि उस क्षेत्र की भौगोलिक स्थितियों और मौसम की चुनौतियों.

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नेशनल डेस्क : वायुयान यात्रा हम सभी के लिए सुविधाजनक और तेज़ तरीका है, लेकिन इसके साथ कुछ खतरें भी जुड़े होते हैं। जब हम बात करते हैं सबसे खतरनाक एयरपोर्ट की, तो इसका मतलब सिर्फ उस एयरपोर्ट के रनवे या तकनीकी कारणों से नहीं, बल्कि उस क्षेत्र की भौगोलिक स्थितियों और मौसम की चुनौतियों से भी होता है। दुनिया में कुछ ऐसे एयरपोर्ट्स हैं जो अपनी खतरनाक परिस्थितियों और मुश्किल लैंडिंग की वजह से प्रसिद्ध हैं। आज हम जानेंगे दुनिया की सबसे खतरनाक एयरपोर्ट के बारे में…

बता दें कि लुकला एयरपोर्ट, जिसे “तस्मानिया एयरपोर्ट” भी कहा जाता है, नेपाल में स्थित एक छोटा एयरपोर्ट है जो सागरमाथा (एवरस्ट) पर्वत के पास लुकला नामक छोटे से गांव में स्थित है। यह एयरपोर्ट विश्व भर में अपने खतरनाक लैंडिंग और टेक-ऑफ के लिए प्रसिद्ध है। इसे दुनिया का सबसे खतरनाक एयरपोर्ट माना जाता है, और इसके कई कारण हैं जिनकी वजह से यह इतना जोखिमपूर्ण है।

  1. हवाई पट्टी का आकार और स्थिति

लुकला एयरपोर्ट की रनवे बहुत छोटी है। इसकी लंबाई केवल 527 मीटर (1,729 फीट) है, जो सामान्य वाणिज्यिक एयरपोर्टों से काफी छोटी है। इसका मतलब यह है कि यहाँ पर छोटे विमान ही उतर सकते हैं। इसके अलावा, रनवे का एक सिरा सीधे पहाड़ी की तरफ बढ़ता है, जबकि दूसरा सिरा नीचे एक गहरी घाटी की तरफ है। इस तरह की रनवे स्थिति विमान के लिए जोखिम पैदा करती है क्योंकि लैंडिंग या टेक-ऑफ के दौरान विमान को सही से नियंत्रित करना कठिन हो सकता है।

  1. हवा और मौसम की अस्थिरता

लुकला एयरपोर्ट पर मौसम बहुत ही अप्रत्याशित होता है। यहाँ की हवाएँ बहुत तेज होती हैं, खासकर पहाड़ों की वजह से। मौसम का अचानक बदलना, जैसे तेज बारिश, घना कोहरा, या बर्फबारी, पायलट के लिए लैंडिंग और टेक-ऑफ के दौरान समस्याएँ पैदा कर सकता है। इन परिस्थितियों में एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ बेहद कठिन हो जाते हैं।

  1. ऊंचाई पर स्थित होना

लुकला एयरपोर्ट समुद्र तल से लगभग 2,800 मीटर (9,186 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। उच्च ऊंचाई पर हवा की घनत्व कम होती है, जिससे विमान के इंजन को अधिक शक्ति लगती है। इस कारण विमान का टेक-ऑफ और लैंडिंग और भी मुश्किल हो जाता है। खासकर भारी मौसम के दौरान यह और भी खतरनाक हो सकता है।

  1. संकरी रनवे

लुकला एयरपोर्ट की रनवे भी संकरी है और आसपास की पर्वत श्रंखलाओं के कारण पायलट को विमान को नियंत्रित करना और भी कठिन हो जाता है। छोटे विमानों के लिए इस प्रकार के संकरे रनवे पर लैंडिंग करना और टेक-ऑफ करना एक बड़ी चुनौती होती है।

  1. पायलट और यात्रियों के लिए चुनौतीपूर्ण

लुकला एयरपोर्ट पर उतरने और टेक-ऑफ करने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त पायलट की आवश्यकता होती है। पायलट को ऐसे खतरनाक मौसम और बाधाओं से निपटने के लिए विशेष अनुभव और कौशल होना चाहिए। इस वजह से, लुकला एयरपोर्ट पर पायलटों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन जाता है।

  1. इतिहास में कई दुर्घटनाएँ

लुकला एयरपोर्ट पर कई दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं। यह एयरपोर्ट जोखिमों से भरा हुआ है, और इसकी वजह से पायलटों और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंता रहती है। मौसम की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण यहाँ पर यात्रा करना बहुत ही जोखिमपूर्ण माना जाता है।

लुकला एयरपोर्ट एक ऐसी जगह है जहां पर विमान उड़ान भरने और लैंड करने के लिए बहुत बड़ी चुनौती का सामना करते हैं। इसके खतरनाक वातावरण, संकरी रनवे, तेज हवाएँ, और ऊंचाई पर स्थित होने के कारण इसे दुनिया का सबसे खतरनाक एयरपोर्ट माना जाता है। फिर भी, यहाँ पर यात्रा करने वाले लोग खासकर एवरस्ट पर्वत के आरोहण के लिए आते हैं, और इसके अद्वितीय माहौल के कारण यह स्थान एक रोमांचक लेकिन जोखिमपूर्ण अनुभव बन जाता है।

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