अमेरिका में पांच राज्यों के संग्राहलयों से चोरी की गई 50 वस्तुएं उचित संस्थानों को लौटाई गईं: FBI Philadelphia

अमेरिका में 1970 के दशक में कई राज्यों के संग्रहालयों से चोरी की गई और फ्रांसीसी तथा भारतीय युद्ध के समय की दर्जनों वस्तुओं को उचित संस्थानों को वापस कर दिया गया है। संघीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने सोमवार को फिलाडेल्फिया में ‘म्यूजियम ऑफ द अमेरिकन रिवॉल्यूशन’ में एक समारोह.

अमेरिका में 1970 के दशक में कई राज्यों के संग्रहालयों से चोरी की गई और फ्रांसीसी तथा भारतीय युद्ध के समय की दर्जनों वस्तुओं को उचित संस्थानों को वापस कर दिया गया है। संघीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने सोमवार को फिलाडेल्फिया में ‘म्यूजियम ऑफ द अमेरिकन रिवॉल्यूशन’ में एक समारोह में घोषणा की कि पांच राज्यों के 17 संस्थानों में 50 वस्तुओं को वापस किया गया है अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को लौटाई गई वस्तुओं में मिसिसिपी संग्रहालय से चोरी की गई 1847 मिसिसिपी राइफल, द्वितीय विश्व युद्ध की जनरल ओमर ब्रैडली की पिकअप पिस्तौल जो अमेरिकी सेना युद्ध कॉलेज संग्रहालय से चोरी हो गई थी और पेनसिल्वेनिया संग्रहालयों से चोरी की गई 19वीं शताब्दी की पेनसिल्वेनिया राइफलें शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि डेलावेयर में नेवार्क के माइकल कॉर्बेट पर दिसंबर 2021 में संग्रहालयों से 1970 के दशक में चोरी गई वस्तुओं को रखने का आरोप लगाया गया। अगस्त में उसने चोरी की गई वस्तुओं को अपने कब्जे में रखने का गुनाह कबूल किया और चोरी की गई वस्तुओं को वापस लौटाया। अधिकारियों ने बताया कि वस्तुएं बरामद कर उन्हें उसके असली मालिक तक पहुंचा दिया गया है। इन वस्तुओं में कनेक्टिकट स्टेट लाइब्रेरी से चोरी किया गया एक कोल्ट व्हिटनीविले वॉकर रिवॉल्वर, यूएस आर्मी वॉर कॉलेज संग्रहालय से चोरी की गई उमर ब्रैडली पिस्तौल, मैसाचुसेट्स के बेलचरटाउन में एक संग्रहालय से चोरी किया गया फ्रांसीसी तथा भारतीय युद्ध-काल का पाउडर हॉर्न और वैली फोर्ज हिस्टोरिकल सोसाइटी म्यूजियम से चोरी की गई 18वीं सदी की अंग्रेजी तथा स्कॉटिश पिस्तौलें शामिल हैं।

एफबीआई के फिलाडेल्फिया कार्यालय की विशेष प्रभारी एजेंट जैकलीन मगुइरे ने कहा, ‘‘ये ऐसी वस्तुएं हैं जिनका हमारी राष्ट्र की कहानी लिखने में एक अहम योगदान था, कुछ तो देश के अस्तित्व में आने से भी पहले की हैं… लंबे समय तक इनका लोगों की नजरों से दूर रहना समाज और ऐतिहासिक रिकॉर्ड दोनों के लिए सही नहीं था।’’

 

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