सेवानिवृत्त टीचरों को फिर से काम पर रखेगी चीन सरकार

चीन में जनसांख्यिकीय असंतुलन पैदा हो गया है, जिसमें बुजुर्गों की तादाद बहुत ज्यादा है। हालांकि चीन ने पिछले कुछ दशकों में अपने नागरिकों की आबादी को नियंत्रण में किया है और इस तरह वह विश्व में दूसरे नंबर पर चला गया है। जबकि भारत दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला राष्ट्र बन चुका है।.

चीन में जनसांख्यिकीय असंतुलन पैदा हो गया है, जिसमें बुजुर्गों की तादाद बहुत ज्यादा है। हालांकि चीन ने पिछले कुछ दशकों में अपने नागरिकों की आबादी को नियंत्रण में किया है और इस तरह वह विश्व में दूसरे नंबर पर चला गया है। जबकि भारत दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला राष्ट्र बन चुका है। लेकिन बुजुर्गों की बढ़ती संख्या और बच्चों की युवाओं की कम होती संख्या चीन में चुनौती बनी हुई है। अनुमान है कि वर्ष 2035 तक चीन में 60 वर्ष से ऊपर की आयु के 40 करोड़ बुजुर्ग हो जाएंगे, जो कि कुल जनसंख्या का 30 प्रतिशत होंगे। उधर चीन सरकार ने सेवानिवृत्त शिक्षकों को फिर से स्कूलों में वापस लाने का सबसे बड़ा भर्ती अभियान शुरू किया है।  

हाल ही में चीनी शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्तर पर ‘सिल्वर एज’ शिक्षक कार्य योजना शुरू करने का फैसला किया। बताया जाता है कि इस योजना के तहत अगले तीन सालों में 1 लाख 20 हज़ार रिटायर्ट टीचरों को दुबारा भर्ती किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में योग्य युवा शिक्षकों की कमी का सामना कर रहा है, इसके कारण वह उम्रदराज टीचरों के अनुभव व ज्ञान से छात्रों को लाभ पहुंचाना चाहता है। 

ध्यान रहे कि चीन में जनसांख्यिकीय असंतुलन एक अहम समस्या बनकर उभरा है। कुछ साल पहले इस चुनौती को भांपते हुए चीन सरकार ने एक बच्चे की नीति को खत्म कर दिया। इतना ही नहीं अब चीनी परिवारों को तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत है। हालांकि वे शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं के महंगे होने और काम की व्यस्तता के कारण दूसरा या तीसरा बच्चा नहीं चाहते हैं। सरकार ने शादीशुदा युगलों को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ योजनाएं भी चलायी हैं। 

चीन में तेज़ी से बुजुर्गों की तादाद बढ़ रही है, अगर यही स्थिति रही तो वर्ष 2025 तक 60 की उम्र पार कर चुके लोगों की संख्या 30 करोड़ हो जाएगी। जबकि 2035 तक 40 करोड़ होने का अनुमान है। उस दौरान चीन के विभिन्न संस्थानों से बड़ी संख्या में लोग रिटायर हो जाएंगे। दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को देखें चीन सबसे जल्द सेवानिवृत्ति वाले देशों में से एक है, यहां कार्यालयों में कार्यरत पुरुषों के लिए रिटायरमेंट की उम्र 60 और महिलाओं के लिए 55 वर्ष है। जबकि ब्लू कॉलर काम करने वाली महिलाओं को 50 साल में ही काम से छुट्टी दे दी जाती है। एक रिक्रूटमेंट वेबसाइट के हालिया सर्वे में 68 फीसदी सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने फिर से काम करने की इच्छा जाहिर की। जाहिर है कि चीन सरकार पूर्व में अध्यापन में अपना योगदान दे चुके शिक्षकों को फिर से स्कूलों में पढ़ाने का मौका दे रही है।

चीन में सेवानिवृत्त शिक्षकों के लिए पहले भी भर्ती अभियान चलाए गए हैं। साल 2018 से शिक्षा मंत्रालय ने चीन के ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के प्रावधान का समर्थन करने के लिए 20 हज़ार सेवानिवृत्त शिक्षकों की भर्ती की है। लेकिन वर्तमान योजना के अनुसार सेवानिवृत्ति की आयु और उससे ऊपर के शिक्षकों को व्यावसायिक और निजी शिक्षा सहित शिक्षा के सभी स्तरों पर काम पर लौटने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सरकार के इस कदम की विशेषज्ञों ने सराहना की है, क्योंकि इससे न केवल अनुभवी शिक्षकों का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा, बल्कि उन्हें फिर से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। 

(अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, बीजिंग) 

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