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श्रीलंका-भारत में नौका सेवा से कारोबार और संस्कृति के विकास में मिलेगी मदद : Ranil Wickremesinghe

कोलंबोः श्रीलंका और भारत के बीच 41 साल बाद नौका सेवा बहाल होने का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संपर्क, कारोबारी और सांस्कृतिक संबंध बढ़ने में मदद मिलेगी। भारत और श्रीलंका ने शनिवार को तमिलनाडु के नागपट्टिनम और उत्तरी प्रांत की राजधानी जाफना के.

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कोलंबोः श्रीलंका और भारत के बीच 41 साल बाद नौका सेवा बहाल होने का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संपर्क, कारोबारी और सांस्कृतिक संबंध बढ़ने में मदद मिलेगी। भारत और श्रीलंका ने शनिवार को तमिलनाडु के नागपट्टिनम और उत्तरी प्रांत की राजधानी जाफना के कांकेसंथुराई के बीच नौका सेवा शुरू की हैं।

नौका सेवा की बहाली के कार्यक्रम में विक्रमसिंघे ने रिकॉर्ड वीडियो संदेश में कहा, कि भारत और श्रीलंका के बीच संपर्क बढ़ाने में नौका सेवा एक महत्वपूर्ण कदम है। हजारों वर्षों से, लोग भारतीय उपमहाद्वीप से श्रीलंका तक और यहां से वापस भारत की यात्रा करने के लिए पाक जलडमरूमध्य को पार करते रहे हैं। इसी तरह हमारी संस्कृतियां विकसित हुई हैं। इस तरह हमारा व्यापार विकसित हुआ।

विक्रमसिंघे ने कहा कि दोनों देशों के बीच संपर्क युद्ध के कारण बाधित हुआ था। ‘अब शांति लौट आई है और हम समुद्री संपर्क फिर से स्थापित कर सकते हैं।’ उन्होंने संपर्क बहाल करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारतीय नौवहन निगम की भूमिका के लिए उनका आभार जताया।

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