तिब्बती लोगों के स्वास्थ्य कार्यों की खूब प्रगतियां

अतीत में तिब्बत एक ऐसा क्षेत्र था जहां की  चिकित्सा और स्वास्थ्य स्थितियां खराब थीं। लोकतांत्रिक सुधार से पहले, तिब्बती लोग विभिन्न स्थानिक रोगों और निम्न स्तरीय स्वास्थ्य स्थितियों से ग्रस्त रहते थे। केंद्र सरकार और मातृभूमि के अन्य क्षेत्रों की सहायता के साथ, अब तिब्बत की चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं का विकास किसी भी.

अतीत में तिब्बत एक ऐसा क्षेत्र था जहां की  चिकित्सा और स्वास्थ्य स्थितियां खराब थीं। लोकतांत्रिक सुधार से पहले, तिब्बती लोग विभिन्न स्थानिक रोगों और निम्न स्तरीय स्वास्थ्य स्थितियों से ग्रस्त रहते थे। केंद्र सरकार और मातृभूमि के अन्य क्षेत्रों की सहायता के साथ, अब तिब्बत की चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं का विकास किसी भी अन्य प्रांतों और क्षेत्रों से कम नहीं है। तिब्बती लोग चिकित्सा सेवा की पूर्ण गारंटी में सुखी तौर पर रहते हैं। वर्तमान में, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश वरिष्ठ अस्पतालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है, मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर क्रमशः 48/100,000 और 7.6 ‰ तक गिर गई है। 400 से अधिक “गंभीर बीमारियां” प्रदेश के अस्पतालों में इलाज किया जा सकता है, और स्थानिक रोग जैसे कि इचिनोकोकोसिस और काशिन-बेक रोग को खत्म किया गया है। 2021 में तिब्बती लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा 72.19 वर्ष तक पहुंच गयी है। प्रदेश, शहरों, काउंटी, टाउनशिप और गांवों को कवर करने वाले चिकित्सा सेवा नेटवर्क में सुधार किया गया है। अब तिब्बत में चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली अधिक से अधिक पूर्ण होती जा रही है, और लोगों के स्वास्थ्य स्तर में काफी सुधार हुआ है। इंटरनेट प्रौद्योगिकी के विकास के साथ, तिब्बत में स्वास्थ्य सूचना के निर्माण को बढ़ावा दिया गया है, और शहरों, काउंटी, कस्बों और समुदायों को कवर करते हुए एक स्वास्थ्य सूचना नेटवर्क का निर्माण किया गया है, जो ऑनलाइन भुगतान और निपटान की सेवा कर सकता है।

तिब्बत की चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा विकसित होने का श्रय, केंद्र सरकार तथा देश के अन्य क्षेत्रों की जोरदार सहायता तक जाता है। वित्तीय और भौतिक सहायता के अलावा, तिब्बत का समर्थन करने के लिए हर साल देश के अन्य क्षेत्रों से उत्कृष्ट चिकित्सा कर्मियों का चयन भी किया जाता है। उदाहरण के लिए, 2015 से अभी तक राजधानी पेइचिंग के 22 अस्पतालों ने कुल 148 डॉक्टरों को तिब्बत की सहायता करने के लिए ल्हासा पीपुल्स अस्पताल भेजा है। वर्तमान में तिब्बत में काम कर रहे 21 चिकित्सक पेइचिंंग के प्रसूति एवं स्त्री रोग अस्पताल, चाओयांग अस्पताल, अंजेन अस्पताल और जिशुतान अस्पताल आदि के हैं, जिनमें प्रसूति एवं स्त्री रोग, श्वसन, हृदय चिकित्सा, आर्थोपेडिक्स के 17 विशेषज्ञ भी शामिल हैं। इसके अलावा, ल्हासा पीपुल्स अस्पताल ने तिब्बत सहायता विशेषज्ञों के साथ जुड़ने के लिए 380 से अधिक अपने चिकित्सा कर्मचारियों को संगठित किया, उन्नत प्रशिक्षण के लिए पेइचिंग फ्रेंडशिप अस्पताल और अन्य अंतर्देशीय अस्पतालों में जाने के लिए 208 स्थानीय चिकित्सा कर्मचारियों को भेजा, और सौ से अधिक अंतर्देशीय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया। 2022 में, ल्हासा पीपुल्स अस्पताल एक बार फिर पेइचिंग शिजितान अस्पताल आदि के साथ सहयोग समझौता संपन्न किया। अभी तक ल्हासा पीपुल्स अस्पताल में आपातकालीन विभाग, आईसीयू, हेमोडायलिसिस केंद्र, हृदय गहन देखभाल इकाई, श्वसन विभाग, हाइपरबेरिक ऑक्सीजन कक्ष, संक्रमण नियंत्रण विभाग, सामान्य चिकित्सा विभाग, नैदानिक मनोविज्ञान, त्वचाविज्ञान और पारंपरिक चिकित्सा सहित 20 से अधिक विभाग स्थापित हो चुके हैं। अस्पताल में जिन गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा सकता है, उनकी संख्या बढ़कर 220 हो गई है।

सूचना प्रौद्योगिकी के विकास के साथ, तिब्बत के चिकित्सा और स्वास्थ्य संस्थानों ने देश के अन्य प्रांतों और शहरों के साथ सेवाओं का नेटवर्क स्थापित किया है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लोग भी अंतर-प्रांतीय और दूरस्थ चिकित्सा उपचार का आनंद ले सकते हैं, और तिब्बती निवासी बिना घर छोड़े चिकित्सा और स्वास्थ्य परामर्श, अस्पताल पंजीकरण नियुक्तियों और अन्य सेवाओं को प्राप्त कर सकते हैं।साथ ही, पारंपरिक तिब्बती चिकित्सा कार्यों को भी खूब विकसित किया गया है। हाल ही में, 160 मिलियन युआन के कुल निवेश के साथ किन्हाई तिब्बती अस्पताल का पारंपरिक निदान और उपचार केंद्र का निर्माण समाप्त हो गया है, जो पारंपरिक तिब्बती चिकित्सा के अनुसार, रोगों के इलाज के लिए सैकड़ों औषधीय स्नान नुस्खों का उपयोग करता है। तिब्बत में स्वास्थ्य कार्यों की प्रगति चीनी सरकार के “जन-केंद्रित” विकास दर्शन को दर्शाती है। चीन के सर्वोच्च नेता शी चिनफींग ने इस बात पर जोर दिया है कि “सर्वांगीण तरीके से एक अच्छे समाज का निर्माण करने के लिए, किसी को भी पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है!” उन्होंने तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति की 70वीं वर्षगांठ मनाने के अवसर पर तिब्बत का दौरा करते समय भी कहा कि जन-केंद्रित विकास दर्शन का पालन करना और तिब्बत में आर्थिक और सामाजिक विकास को बनाए रखना चाहिये। सभी तिब्बती लोगों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और एक खुशहाल तिब्बत के निर्माण करने का भव्य खाका जरूर ही साकार होगा।

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