सिंगापुरः सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त ने कश्मीर पर दो दिवसीय महोत्सव की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृति और परंपराओं को सहेजने तथा उन्हें लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘‘ए स्लाइस ऑफ पैराडाइज इन सिंगापुर : सेलिब्रेटिंग कश्मीर ऐट 75’’ महोत्सव में भारतीय उच्चायुक्त पी कुमारन ने कहा, कि ‘हमारी विविधता और विविध संस्कृति हमारे लिए गौरव का विषय और मजबूती का प्रतीक है।’’ कुमारन ने पीढ़ी दर पीढ़ी विरासत में किली कला संस्कृति को रेखांकित करते हुए कहा, कि ‘जम्मू-कश्मीर की विशिष्ट संस्कृति, व्यंजन और लोक परंपरा को न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में बहुत शानदार प्रतिक्रिया मिली है।’’
उन्होंने कहा कि भारत सरकार देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृति एवं परंपराओं को सहेजने और उन्हें लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस महोत्सव को कश्मीरी कलाकारों, संगीतकारों, पाक कला विशेषज्ञों और हस्तकला में माहिर लोगों के लिए एक बेहतर अवसर बताते हुए कार्यक्रम के समन्वयक नादिर अली ने कहा, ‘‘मैं इस महोत्सव को दुनिया के विभिन्न हिस्सों में ले जाना चाहता हूं, क्योंकि हमारा एक समृद्ध इतिहास और संस्कृति रही है।’’ अली (35) महोत्सव में 12 लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। जेके सेंटर फॉर पीस एंड जस्टिस के साथ काम करने वाले अली ने कहा, कि ‘मैं इस तरह के महोत्सवों के जरिए उन तक पहुंचकर दुनियाभर में बसे कश्मीरी लोगों की चिंताओं को दूर करना चाहता हूं। हम अपनी संस्कृति को सहेजना चाहते हैं और अपनी मातृभूमि से जुड़े रहने के लिए संपर्क बरकरार रखने में अपने समुदाय के लोगों की मदद करना चाहते हैं।’’