वसंत का अंतिम चक्र: कूयू

20 अप्रैल को चीनी पंचांग के अनुसार कूयू चक्र है। वह 24 सौर चक्र का छठा चक्र होता है, जो वसंत का अंतिम चुक्र होता है। कूयू का मतलब बारिश होने से भरपूर अनाज की पैदावार होता है। क्योंकि इस मौसम में ज्यादा बारिश होती है, इसलिये पर्याप्त और ठीक समय पर हुई बारिश से.

20 अप्रैल को चीनी पंचांग के अनुसार कूयू चक्र है। वह 24 सौर चक्र का छठा चक्र होता है, जो वसंत का अंतिम चुक्र होता है। कूयू का मतलब बारिश होने से भरपूर अनाज की पैदावार होता है। क्योंकि इस मौसम में ज्यादा बारिश होती है, इसलिये पर्याप्त और ठीक समय पर हुई बारिश से फसल अच्छी होने की उम्मीद बढ़ जाती है।

चीन के थांग राजवंश के प्रसिद्ध कवि हान यू ने कूयू चक्र के बारे में एक कविता लिखी थी। यह कविता इस प्रकार है: फूल व पेड़ जानते हैं कि वसंत जल्द खत्म होगा, तो वसंत को रोकने के लिये रंगारंग फूल खिलते हैं। हालांकि चिनार और एल्म के फूल नहीं खिल सकते, पर उनके कैटकिंस बर्फ़ जैसे आकाश में उड़ रहे हैं।

कूयू चक्र में उत्तरी चीन में आड़ू व खुबानी के फूल खिलते हैं। कैटकिंस भी इधर-उधर उड़ते हैं। गौरतलब है कि कूयू के दौरान पियोनी के फूल खिलते हैं। इसलिये पियोनी को कूयू फूल और अमीर फूल भी कहा जाता है। कूयू के मौके पर फूल खिलते देखना सदियों से चीनी लोगों का एक मनोरंजन बना रहा है। इसके अलावा दक्षिण चीन में कूयू चाय पीने की परंपरा है। क्योंकि इस मौसम की चाय में विटामिन और अमीनो एसिड भरपूर होते हैं, और खुशबू भी अच्छी होती है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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