भ्रष्टाचार पूरी दुनिया में व्यापक है और भ्रष्टाचार एक जटिल सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक परिघटना है,जो सभी देशों को प्रभावित करती है। भ्रष्टाचार लोकतांत्रिक प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है, आर्थिक विकास को धीमा करता है, और सरकार को अस्थिर बनाता है। यह एक “छिपी हुई बीमारी” है, जिसका समाज पर व्यापक बुरा प्रभाव है। विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए भ्रष्टाचार विनाशकारी है। वह चिकित्सा, शिक्षा, स्वच्छ पानी और बुनियादी सुविधा के सुधार के लिए आवश्यक भारी मात्रा वाले धन को “निगल” लेता है, जिससे इन देशों में गरीबी उन्मूलन और आर्थिक विकास की गति बाधित हो जाती है।
दुनिया भर के देशों में भ्रष्टाचार के निरंतर प्रसार को प्रभावी ढंग से रोकने और मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 2000 में संयुक्त राष्ट्र भ्रष्टाचार विरोधी संधि तैयार करने के लिए एक विशेष समिति की स्थापना की। 31 अक्टूबर, 2003 को 58वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने संयुक्त राष्ट्र भ्रष्टाचार विरोधी संधि को पारित किया। उसी वर्ष 9 से 11 दिसंबर तक, संयुक्त राष्ट्र ने मेक्सिको के मेरिडा में भ्रष्टाचार के विरोध पर एक उच्चस्तरीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया और आधिकारिक तौर पर “संयुक्त राष्ट्र भ्रष्टाचार विरोधी संधि” पर हस्ताक्षर किए। तब से, संयुक्त राष्ट्र ने संधि पर हस्ताक्षर करने और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने के लिए हर साल 9 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के रूप में नामित किया।
एक बड़े राजनीतिक संघर्ष भ्रष्टाचार के विरोध के सामने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि “भ्रष्टाचार विरोधी संघर्ष को अंत तक ले जाना चाहिए।” दस साल पहले, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के समापन के बाद, शी चिनफिंग ने चीनी और विदेशी पत्रकारों के साथ भेंट करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति पूरी पार्टी को सतर्क रहना चाहिए। प्रत्येक वर्ष की शुरुआत में आयोजित सीपीसी के अनुशासन निरीक्षण के लिए केंद्रीय आयोग के पूर्णाधिवेशन में शी चिनफिंग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए महत्वपूर्ण व्यवस्था की है। 17 जून, 2022 को, शी चिनफिंग ने सीपीसी केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के 40वें सामूहिक अध्ययन के दौरान जोर देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई बेहद जटिल और कठिन है, और समझौते के लिए कोई जगह नहीं है। 16 अक्टूबर,2022 को, शी चिनफिंग ने सीपीसी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस की रिपोर्ट में जोर दिया कि जब भ्रष्टाचार की समस्याओं के लिए मिट्टी और परिस्थितियां मौजूद हैं, तब भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई एक पल के लिए नहीं रुक सकती है।
भ्रष्टाचार की बढ़ती गंभीर समस्या के साथ-साथ भ्रष्टाचार का विरोध करना और उसे खत्म करना बहुत ज़रूरी है। इसके लिए न केवल सरकार को दृढ़ राजनीतिक संकल्प और भ्रष्टाचार के मूल कारणों को मिटाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत करने की भी आवश्यकता है। आज की दुनिया में, हम आपस में जुड़े हुए हैं। सामान्य समस्या का सामना मानव समाज को मिलकर करना चाहिए। भ्रष्टाचार को खत्म करना और न्याय को बनाए रखना चीनी लोगों और दुनिया के लोगों की आम भलाई है। लंबे समय से, चीन व्यावहारिक कार्यों के साथ मानव साझे भाग्य समुदाय के निर्माण में चीनी ज्ञान डालता है, चीनी शक्ति का योगदान देता है, और दुनिया के सभी देशों के साथ सहयोग करते हुए उभय जीत हासिल करता है। तलवार को तेज करने के लिए दस साल लगता है। सीपीसी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस की रिपोर्ट ने एक बड़ा फैसला किया: नए युग में, हमने अभूतपूर्व भ्रष्टाचार विरोधी संघर्ष शुरू किया है, जबरदस्त जीत हासिल की है और इसे पूरी तरह से मजबूत किया है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)