तिब्बत नये विकास चरण में प्रवेश कर चुका है

हाल ही में, चीन सरकार ने तिब्बत के बारे में एक श्वेत पत्र जारी किया, जिसने तिब्बत के विकास के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की रणनीति और उसकी ऐतिहासिक उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारियों का परिचय दिया। इधर के वर्षों में तिब्बत की अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित हुई है, जन जीवन में सुधार.

हाल ही में, चीन सरकार ने तिब्बत के बारे में एक श्वेत पत्र जारी किया, जिसने तिब्बत के विकास के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की रणनीति और उसकी ऐतिहासिक उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारियों का परिचय दिया। इधर के वर्षों में तिब्बत की अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित हुई है, जन जीवन में सुधार जारी है, गरीबी ऐतिहासिक रूप से समाप्त हो गई है, और तिब्बत की पारंपरिक संस्कृति का भी अच्छी तरह संरक्षण किया गया है।

केंद्र तथा देश के भीतरी इलाकों के जोरदार समर्थन से, तिब्बत ने नवाचार, समन्वय, हरित, खुलेपन और साझाकरण की नई विकास अवधारणा के मुताबिक गरीबी की समस्या को हल किया और 13वीं पंचवर्षीय योजना के सभी लक्ष्य समाप्त किये।2022 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का जीडीपी 213.264 बिलियन युआन तक पहुंच गया, औसत वार्षिक वृद्धि दर 8.6% रहा जो पूरे देश के शीर्ष पर है। पठार के अनूठे प्राकृतिक दृश्य के सहारे तिब्बत ने विश्व पर्यटन स्थल के निर्माण को सख्ती से बढ़ावा दिया है और ल्हासा शोटन महोत्सव, शिगात्से सांस्कृतिक पर्यटन महोत्सव, शन्नान यारलुंग सांस्कृतिक पर्यटन महोत्सव, निंगची महोत्सव जैसी पर्यटन मेलों का आयोजन किया है। 2012 से 2022 तक, आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या 10.5839 मिलियन से बढ़कर 30.0276 मिलियन हो गई और पर्यटन राजस्व 2.2 गुना बढ़ गया।

तिब्बत की प्रगतियां केंद्र सरकार और भीतरी इलाकों के समर्थन से अभिभाज्य हैं। 2012 से 2022 तक, केंद्र ने तिब्बत को कुल 1.73 ट्रिलियन युआन की वित्तीय सब्सिडी प्रदान की। 1994 से 2022 तक कुल 11,900 भीतरी इलाकों के, तिब्बत ने पूर्ण गरीबी से पूरी तरह छुटकारा पा लिया है। अब तिब्बत में सभी निवासियों के बुनियादी जीवन तथा परिवहन, शिक्षा, चिकित्सा और सार्वजनिक सेवा की गारंटी हो चुकी है। 2022 में, तिब्बती शहरी निवासियों की प्रति व्यक्ति आय 2012 में 18,363 युआन से बढ़कर 48,753 युआन तक रही, और ग्रामीण निवासियों की प्रति व्यक्ति आय 2012 में 5,698 युआन से बढ़कर 18,209 युआन रही।

तिब्बत के विकास में खुलेपन की नीति का पालन किया जा रहा है। 2022 में, तिब्बत का कुल विदेशी व्यापार आयात और निर्यात मूल्य 4.601 बिलियन युआन रहा, और इसके व्यापारिक भागीदार 95 देशों और क्षेत्रों तक फैले हुए हैं। यह उल्लेखनीय है कि दक्षिण एशिया के साथ तिब्बत के सीमा व्यापार का भी सुचारू विकास हुआ। हाल ही में, तिब्बत के शिगात्से की चीन-नेपाल सीमा पर स्थित रिज़ी बंदरगाह भी आधिकारिक तौर पर खोला गया। यह झांगमू, जिलॉन्ग और पुरंग बंदरगाहों के बाद चीन-नेपाल सीमा पर खोला गया चौथा बंदरगाह है। हाल के वर्षों में, तिब्बत में उच्च तकनीक उद्योगों का जोरदार विकास किया गया है और डिजिटल बुनियादी ढांचे के निर्माण में बड़ी प्रगति हुई है।तिब्बत में कुल 8,099 5G बेस स्टेशन और लगभग 312,600 किलोमीटर ऑप्टिकल केबल लाइनें बनाई गई हैं। तिब्बती निवासी अब इंटरनेट के माध्यम से पूरी दुनिया से जुड़ सकते हैं।

ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत तिब्बत की बहुमूल्य संपत्ति है। तिब्बत में अब विभिन्न प्रकार के 4,468 सांस्कृतिक अवशेष स्थल और सभी स्तरों पर 2,373 सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण इकाइयाँ पंजीकृत हैं, जिनमें 70 राष्ट्रीय प्रमुख सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण इकाइयाँ शामिल हैं। पोटाला पैलेस, नोरबुलिंग्का, जोखांग मंदिर और पाला मनोर जैसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक अवशेषों की सुरक्षा की विशेष निगरानी लागू की गयी हैं। 2013 के बाद से, विभिन्न प्रकार के 100,000 से अधिक कीमती सांस्कृतिक अवशेषों को डिजिटल तकनीक के माध्यम से वैज्ञानिक तरीके से संरक्षित किया गया है। 2013 में केंद्र सरकार द्वारा कायम की गयी एक योजना के मुताबिक 15 वर्षों के भीतर प्राचीन काल से शांतिपूर्ण मुक्ति तक सभी तिब्बती साहित्य रचनाओं तथा ग्रंथोंं का प्रकाशन किया जाएगा। एक और बात है कि तिब्बत में द्विभाषी नीति लागू किया जाता है और तिब्बती भाषा का उपयोग कानून के अनुसार संरक्षित है। तिब्बती भाषा का व्यापक रूप से स्वास्थ्य, डाक सेवा, संचार, यातायात, वित्त, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। सार्वजनिक सुविधाएं, साइनबोर्ड और विज्ञापन सभी द्विभाषी संकेतों का उपयोग करते हैं, और तिब्बत के सभी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय द्विभाषी पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।

तिब्बती लोगों के जीवन में धर्म का महत्वपूर्ण स्थान होता है। तिब्बत में अब 1,700 से अधिक बौद्ध धार्मिक गतिविधि स्थल और लगभग 46,000 भिक्षु और नन हैं। 2015 के बाद से, तिब्बत के मंदिर क्लीनिकों के निर्माण और भिक्षु डॉक्टरों के प्रशिक्षण को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया गया है, भिक्षुओं और ननों के लिए सामाजिक गारंटी तथा सार्वजनिक सेवाओं में काफी सुधार किया गया है। तिब्बत में भिक्षुओं और ननों के लिए चिकित्सा बीमा, पेंशन बीमा और बुनियादी जीवन बीमा सभी सरकार द्वारा प्रदान किए जाते हैं। अधिकांश मंदिरों में सड़क, पानी व बिजली की आपूर्ति, संचार, रेडियो और टेलीविजन तक सुगम पहुंच है, और तिब्बती भिक्षु भी आधुनिक जीवन और शिक्षा स्थिति का आनंद ले सकते हैं।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

 

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