तुíकये में बचाव अभियान अंतिम चरण में, मलबे में दबे लोगों के जीवित बचे होने की संभावना घटी

तुíकये और सीरिया में एक हफ्ते पहले आये विनाशकारी भूकंप में बेघर हुए हजारों लोग तंबुओं में खचाखच भरे हुए हैं और सोमवार को गर्म भोजन के लिए सड़कों पर कतार में नजर आए। वहीं, मलबे में अब भी दबे जीवित लोगों को निकालने के लिए तलाश अभियान अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर गया.

तुíकये और सीरिया में एक हफ्ते पहले आये विनाशकारी भूकंप में बेघर हुए हजारों लोग तंबुओं में खचाखच भरे हुए हैं और सोमवार को गर्म भोजन के लिए सड़कों पर कतार में नजर आए। वहीं, मलबे में अब भी दबे जीवित लोगों को निकालने के लिए तलाश अभियान अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर गया है। भूकंप से बुरी तरह प्रभावित हुए अदियामान में चार साल की एक बच्ची को मलबे से बचावर्किमयों ने जीवित निकाला। तुर्क कोयला खनिकों और विशेषज्ञों सहित हजारों की संख्या में स्थानीय तथा विदेशी दल खोजी श्वानों एवं थर्मल कैमरा की मदद से मलबे में जीवित फंसे लोगों को तलाश रहे हैं।

विशेषज्ञों ने कहा है कि रात का तापमान शून्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे चले जाने और कई इमारतों के पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने के कारण अब मलबे में लोगों के जीवित बचे होने की संभावना घट गई है। तुíकये और उत्तरी सीरिया में छह फरवरी को आये 7.8 तीव्रता के भूकंप में 35,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा पूरा का पूरा शहर वीरान और कंक्रीट के मलबे में तब्दील हो गया है। भूकंप पीड़ित जेहरा कुरुकाफा ने कहा कि बेघरों के लिए पर्याप्त संख्या में तंबु नहीं पहुंचे हैं, जिसके चलते लोगों को उपलब्ध तंबुओं में ही शरण लेने को मजबूर होना पड़ा है।

तुर्क अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि 1,50,000 से अधिक भूकंप पीड़ितों को प्रभावित प्रांतों से बाहर ले जाया गया है। तुíकये में भूकंप पीड़ितों को सरकार की ओर से पर्याप्त सहायता नहीं मिलने के कारण लोगों के बीच बढ़ता गुस्सा राष्ट्रपति रजब तैयब एदरेआन की राजनीतिक समस्याएं बढ़ सकती हैं, जो मई में पुर्निनर्वाचन के लिये चुनाव मैदान में होंगे। स बीच, तुíकये में बचावर्किमयों ने सोमवार को 40 वर्षीय एक महिला को एक इमारत के मलबे से निकाला।

उल्लेखनीय है कि छह फरवरी को दक्षिण-पूर्वी तुíकये और उत्तरी सीरिया में 7.8 और 7.5 तीव्रता के भूकंप आया था। सोमवार को, बचावर्किमयों ने 40 वर्षीय एक महिला को तुíकये के गजियांतेप प्रांत में इअस्लाहीये शहर स्थित पांच मंजिला एक इमारत के मलबे से बाहर निकाला। सिबेल काया नाम की महिला को 170 घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका। बचाव कार्य में तुíकये के कोयला खान का बचाव दल भी शामिल था।

 

 

 

 

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