बेल्ट एंड रोड पहल को बदनाम करने का बेकार प्रयास

पेइचिंग में आयोजित “बेल्ट एंड रोड” शिखर सम्मेलन की बड़ी सफलता प्राप्त हुई। 150 से अधिक देशों और 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी से पता चलता है कि “बेल्ट एंड रोड” का विश्व भर में व्यापक स्वागत किया गया है। लेकिन, दुनिया में हमेशा कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके बेल्ट एंड रोड.

पेइचिंग में आयोजित “बेल्ट एंड रोड” शिखर सम्मेलन की बड़ी सफलता प्राप्त हुई। 150 से अधिक देशों और 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी से पता चलता है कि “बेल्ट एंड रोड” का विश्व भर में व्यापक स्वागत किया गया है। लेकिन, दुनिया में हमेशा कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके बेल्ट एंड रोड पहल के प्रति बुरे इरादे होते हैं, और वे अक्सर बेल्ट एंड रोड पहल को बदनाम करने की कोशिश करते हैं।

जब चीन ने दस साल पहले “बेल्ट एंड रोड” पहल का प्रस्ताव रखा, तो चीनी नेता ने स्पष्ट रूप से कहा कि “बेल्ट एंड रोड” किसी एक पक्ष द्वारा एकतरफा सहायता या आर्थिक योजना नहीं है। यह एक आर्थिक विकास मंच है, जिसमें सभी पक्षों की संयुक्त रूप से भागीदारी है। लेकिन, कुछ लोग इसे भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा की परियोजना के रूप में देखते हैं क्योंकि वे दूसरों को अपने राजनीतिक तर्क के अनुसार देखने के आदी हैं। और उन्हें कुछ दबाव महसूस होता है जब वे देखते हैं कि “बेल्ट एंड रोड पहल” का विकासशील देशों में गर्मजोशी से स्वागत किया गया है। इसलिए वे “भूराजनीतिक औजार” , “नवउपनिवेशवाद” और “ऋण साम्राज्यवाद” जैसे शब्दों का उपयोग कर “वन बेल्ट, वन रोड” पहल को कलंकित करते हैं।

महामारी के फैलने के बाद से, अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मंदी होने के दबाव का सामना करना पड़ा है। इस समय, विभिन्न देशों को आर्थिक मंदी से बाहर निकालने में “बेल्ट एंड रोड” की स्पष्ट भूमिका नजर आयी है। विकासशील देश अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए “बेल्ट एंड रोड” का उपयोग करना चाहते हैं। हालाँकि, कुछ पश्चिमी राजनेता चीन के विकास मॉडल की स्थिरता की आलोचना कर रहे हैं, और यहां तक ​​कि यह भी मानते हैं कि चीन की आर्थिक समस्याएं अनिवार्य रूप से “वन बेल्ट, वन रोड” पहल के विकास में बाधा बनेंगी। बेल्ट एंड रोड पहल को बदनाम करने का यह प्रयास पिछले चीन के खिलाफ नकारात्मक बयानबाजी के अनुरूप है। लेकिन, विभिन्न नकारात्मक आवाज़ों के बीच चीन की अर्थव्यवस्था हमेशा बढ़ती जा रही है।

पिछले दस वर्षों में, “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव” ने बुनियादी ढांचे के निर्माण के क्षेत्र में अपेक्षा से अधिक प्रगति की है। उदाहरम के लिए इंडोनेशिया में जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे, चीन-लाओस रेलवे, चीन-बांग्लादेश मैत्री पुल और ग्रीस में पीरियस बंदरगाह आदि से स्थानीय अर्थव्यवस्था को स्पष्ट रूप से बढ़ावा मिला है। दूसरी ओर, अमेरिका और कुछ पश्चिमी देशों को पुराने बुनियादी ढांचे और नई निर्माण परियोजनाओं को शुरू करने में भिन्न भिन्न कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालाँकि, जब घरेलू मामले की मुसिबतों में होते हैं तो कुछ पश्चिमी राजनेता भू-राजनीतिक संघर्षों की ओर रुख करने में हमेशा अच्छे रहे हैं।

वर्तमान में, “वन बेल्ट, वन रोड” पहल तेजी से विश्व अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रही है। चीन दुनिया के सभी देशों के साथ सहयोग करने की उम्मीद करता है और पश्चिमी देशों सहित दुनिया के अन्य देशों की आर्थिक विकास परियोजनाओं के साथ सहयोग करने को तैयार है। दरअसल, बुनियादी ढांचे के निर्माण के मामले में चीन और पश्चिमी देशों के बीच सहयोग की भी व्यापक गुंजाइश है। उदाहरण के लिए, पेइचिंग शिखर सम्मेलन के दौरान प्रस्तावित “डिजिटल बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव” के तहत चीन, अमेरिका और पश्चिम एक डिजिटल समाज बनाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं जो सभी देशों को लाभ पहुंचाएगा।

भविष्य में, बेल्ट एंड रोड पहल पिछले दशक के आधार पर चीनी मानकों और अंतरराष्ट्रीय नियमों के एकीकरण पर अधिक ध्यान देगी। बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के निर्माण और निवेश के माध्यम से, “वन बेल्ट एंड वन रोड” से संबंधित देशों और सारी दुनिया के निवेशकों और उद्यमियों को अवसर मिलेगा। साथ ही, “बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव” से संबंधित व्यापार में न केवल उपभोक्ता वस्तुओं और कच्चे माल जैसी पारंपरिक वस्तुएं शामिल हैं, बल्कि डिजिटल उत्पाद जैसे उभरते क्षेत्र भी शामिल हैं। “बेल्ट एंड रोड” सारी दुनिया के लिए असीमित अवसर लाएगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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