Ghulam Nabi Azad 2015 में राज्यसभा सीट के लिए मांग रहे थे भीख: Omar Abdullah

श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधा और कहा कि पूर्व कांग्रेस नेता 2015 में जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सीट के लिए उनसे भीख मांग रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री उमर का हमला तब हुआ जब श्री आजाद ने आरोप.

श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधा और कहा कि पूर्व कांग्रेस नेता 2015 में जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सीट के लिए उनसे भीख मांग रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री उमर का हमला तब हुआ जब श्री आजाद ने आरोप लगाया कि ऐसी अफवाह थी कि श्री अब्दुल्ला (फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला) को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बारे में पहले से पता था और सार्वजनिक रूप से उन्होंने सरकार से उन्हें जेल में रखने के लिए कहा था। श्री आजाद ने यह भी कहा कि एनसी नेता अक्सर केंद्रीय नेताओं के साथ देर रात का समय मांग रहे थे।

एनसी उपाध्यक्ष ने आजाद के दावों का मजाक उड़ाते हुये कहा,“वाह भाई वाह गुलाम नबी आज़ाद, आज इतना गुस्सा। वह गुलाम कहां है जो हाल ही में 2015 में जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सीट के लिए हमसे भीख मांग रहा था? अब्दुल्ला को 370 के बारे में पता था। फिर भी हमें पीएसए सहित आठ महीने से अधिक समय तक हिरासत में रखा गया और आप आज़ाद थे, पांच अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर में एकमात्र पूर्व मुख्यमंत्री आज़ाद थे।” उन्होंने ‘एक्स ’पर पोस्ट में कहा, “अब्दुल्ला गुप्त रूप से मिलते हैं” फिर भी मेरे पिता को उनके सरकारी आवास से बाहर निकाल दिया गया था जब वह सांसद नहीं थे और आपको अपना मंत्री बंगला रखने की अनुमति है?”

श्री आजाद के इस आरोप पर कि एनसी नेता मतदाताओं को लुभाने के लिए हिंदू बहुल जम्मू और मुस्लिम बहुल कश्मीर में अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं,श्री उमर ने जवाब दिया, “अब्दुल्ला कश्मीर में कुछ और कहते हैं और दिल्ली में कुछ और फिर भी प्रधानमंत्री राज्यसभा में आपके लिए रोते हैं और हमारी हर भाषण में आलोचना करते हैं। आइए उस पद्म पुरस्कार को न भूलें जिसके लिए आप कांग्रेस छोड़ने और चिनाब घाटी में भाजपा की मदद करने के लिए सहमत हुए।” श्री उमर ने कहा,“आजाद कौन है और गुलाम कौन है, समय बताएगा और लोग फैसला करेंगे।”

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