Bhagat Singh books in Hindi: आज का दिन 23 मार्च भारत के इतिहास में शहीद दिवस के रूप में दर्ज है। बता दें कि इस दिन साल 1931 में भारत के महान क्रांतिकारियों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को सेंट्रल असेंबली में बम फेंकने के जुर्म में ब्रिटिश सरकार ने फांसी पर लटका दिए गए थे। जिन्हे आज तक पूरा देश भूल नहीं पाया है। यह घटना न केवल उस समय के भारतीयों के लिए दिल दहला देने वाली थी, बल्कि आज भी यह हमारे दिलों में जीवित है। लेकिन बता दे कि भगत सिंह क्रांतिकारी के साथ साथ एक बहुत अच्छे लेखक भी थे। जी हां उनके द्वारा लिखे सभी ही लेख बहुत प्रतिभाशाली है। दरअसल आप उनके लेखन को पढ़ेंगे, तो आप देखेंगे कि स्वतंत्रता, समाजवाद, मानवता और न्याय जैसे मुद्दों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता इन सभी विषयों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। आइए खबर में विस्तार से जानते है…
बता दे कि शहीद भगत सिंह ने अपने जीवन में कई लेख लिखे और विभिन्न पुस्तकों से ज्ञान प्राप्त किया। हालांकि उन्होंने कोई पूर्ण पुस्तक नहीं लिखी, फिर भी उनके लेख, पत्र और दस्तावेज कई पुस्तकों के रूप में संकलित और प्रकाशित किये गये हैं। आज इस लेख से हम उनकी पुस्तकों और संग्रहों के बारे में जानेंगे।
भगत सिंह द्वारा लिखित पुस्तकें
1. “मैं नास्तिक क्यों हूँ”
2. “क्रांतिकारी कार्यक्रम का प्रारूप”
3. “भारत में क्रांति की आवश्यकता”
4. “असेंबली बम कांड पर वक्तव्य”
5. “साम्राज्यवाद मुर्दाबाद”
6. “विद्रोही”
Bhagat Singh Books: इन विचारकों की पुस्तकों का किया अध्ययन
भगत सिंह ने कार्ल मार्क्स, फ्रेडरिक एंगेल्स, लेनिन और रूसो जैसे कई विचारकों की पुस्तकों का भी अध्ययन किया। उनकी अध्ययन सूची में निम्नलिखित पुस्तकें प्रमुख थीं:
– कार्ल मार्क्स की “दास कैपिटल”
– लेनिन की “राज्य और क्रांति”
– टॉम पेन की “मानव के अधिकार”
– रूसो की “सामाजिक अनुबंध”