B.Tech इन Electrical और Computer Engineering में ऐसे बनाएं करियर

इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद छात्रों के सामने करियर को लेकर चिंता बढ़ जाती है। वहीं जो स्टूडैंट 12वीं के बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उनके लिए इंजीनियरिंग में ढेरों स्पेशलाइजड कोर्स है। आपको बता दें कि इंजीनियरिंग में 2 प्रकार की बैचलर डिग्री होती है। जिनमें से एक.

इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद छात्रों के सामने करियर को लेकर चिंता बढ़ जाती है। वहीं जो स्टूडैंट 12वीं के बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उनके लिए इंजीनियरिंग में ढेरों स्पेशलाइजड कोर्स है। आपको बता दें कि इंजीनियरिंग में 2 प्रकार की बैचलर डिग्री होती है। जिनमें से एक बीई, बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग और दूसरा बैचलर ऑफ टैक्नोलॉजी यानी बीटैक है। वहीं जिन स्टूडैंट्स को इलैक्ट्रानिक्स और कंप्यूटर दोनों में रूचि है। उनके करियर के लिए इंजीनियरिंग का ऑप्शन सबसे बेस्ट है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बीटैक इंलैक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे। इंलैक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग की एक ब्रांच इंलैक्ट्रिकल और कंप्यूटर साइंस है। जिसके जरिए कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को विकिसत करने का काम किया जाता है। इस सब्जेक्ट के जरिए दोनों विषयों को अलगअलग किया गया है। ताकि जिस स्टूडैंट को जिस सब्जेक्ट में इंट्रेस्ट हो, वह उसमें अपना करियर बना सके। बता दें कि इस कोर्स को करने के बाद आप एक आकर्षक सैलरी पर नौकरी कर सकते हैं।

कोस्
बीटैक इन इंलैक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग और इंलैक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीटैक का कोर्स 4 साल का होता है। 12वीं पास स्टूडेंड संबंधित सब्जैक्ट में डिप्लोमा कर सकते हैं। हालांकि इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए स्टूडैंट को परीक्षा देनी होती है। कोर्स को आसान बनाने के लिए इसे सेमेस्टर सिस्टम में लागू किया गया है। इस दौरान स्टूडैंट को कोर्स पढ़ाने के अलावा थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल भी करवाया जाता है। कोर्स की पढ़ाई के दौरान उन्हें काफी कुछ सिखाया जाता है। जिससे कि छात्रों को करियर की शुरूआत में किसी तरह की दिक्कत न आए।

योग्यता
स्टूडैंट ने साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई की हो। पीसीएम के मुख्य सब्जैक्टों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। स्टूडैंट के कम से कम 50 प्रतिशत नंबर होने चाहिए। वहीं रिजर्व कैटेगिरी के पास 45 प्रतिशत अंक योग्यता स्टूडैंट की उम्र 17 से 23 साल के बीच होनी चाहिए।

एडमिशन
बीटैक में इंलैक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स करने के लिए स्टूडैंट को प्रवेश परीक्षा देनी होती है। इनमें से सबसे अहम ख प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस और जेईई एडवांस है। वहीं अन्य संस्थान और राज्य अपने स्तर पर भी कई तरह की प्रवेश परीक्षा करवाते हैं। जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं- हखएए, श्कळएएए, रफटखएएळ, ङएट, आदि। इन परीक्षाओं में पास होने के बाद ही स्टूडैंट इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। एडमिशन एग्जाम के बाद सीट अलॉटमेंट के लिए काऊंसलिंग और कुछ जगह इंटरव्यू का भी प्रोसेस होता है।

कॉलेज
करु णा प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, तमिलनाडु एसआरएम प्रौद्योगिकी संस्थान, तमिलनाडु एसआरएम इंजीनियरिंग कॉलेज, तमिलनाडु सरदार पटेल विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश अमृता विश्व विद्यापीठम अमृतपुरी परिसर, केरल रेवा विश्वविद्यालय, कर्नाटक

अन्य ऑप्शन
इंलैक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीटैक के बाद आगे की भी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। वहीं यह कोर्स पूरा होने के बाद आप एक पेशेवर के तौर पर अच्छी सैलरी पर भी काम कर सकते हैं। बता दें कि इस कोर्स के बाद छात्र सीनियर डैवलपर, स्पलाई चेन एग्जिक्यूटिव और मैनेजर, इलैक्ट्रिकल इंजीनियर, कंप्यूटर इंजीनियर और रजिनल मैनेजर आदि के पदों पर काम कर सकते हैं। शुरूआती दौर में इस फील्ड में आप सालाना 2 से 7 लाख रु पए महीने कमा सकते है। वहीं एक्सपीरियंस के आधार पर आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है।

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