rocket
domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init
action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114विजयवाड़ाः आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने विजयवाड़ा एसीबी कोर्ट में शिकायत की है कि राजमुंदरी सेंट्रल जेल (Jail) में उनकी जान को खतरा है, जहां वह कौशल विकास निगम मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। एसीबी कोर्ट विजयवाड़ा के विशेष न्यायाधीश को लिखे एक पत्र में, उन्होंने जेल के अंदर और उसके आसपास हुई कुछ अप्रिय घटनाओं को अदालत के ध्यान में लाया, जो जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा प्राप्त होने के बावजूद उनके जीवन और अंग को खतरे में डाल सकती हैं।
यह आरोप लगाते हुए कि वर्तमान सरकार और सत्ताधारी दल के नेताओं के कृत्यों के कारण उनकी सुरक्षा गंभीर खतरे में है, उन्होंने न्यायाधीश से जेल के अंदर और उसके आसपास उन्हें प्रदान की गई जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा कवर के अनुरूप अचूक सुरक्षा व्यवस्था करने का अनुरोध किया। उन्होंने लिखा कि यह उनके संज्ञान में आया कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने सत्ता में बैठे लोगों के इशारे पर एक भयावह योजना के साथ उनकी गतिविधियों को पकड़ने के लिए जेल के ऊपर एक ड्रोन उड़ाया था।
‘‘ड्रोन खुली जेल के पास आया जहां कुछ कैदी बंद थे। इस चिंताजनक घटना के बावजूद स्थानीय पुलिस ने सच्चाई सामने लाने या उक्त घटना के पीछे के मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। यह घटना इस नग्न सच्चाई को स्पष्ट रूप से उजागर करती है कि जेल अधिकारी असहाय हैं,’ 25 अक्टूबर को लिखे गए पत्र में यह कहा गया है और इसे तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने 27 अक्टूबर को मीडिया में जारी किया है।
नायडू ने लिखा कि उनके परिवार के सदस्यों की तस्वीरें लेने के लिए 6 अक्टूबर को केंद्रीय कारागार के मुख्य द्वार पर एक और ड्रोन उड़ाया गया था, जब वे उनसे मिलने के बाद बाहर आ रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में यह भी आया है कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा जेल में गांजा के पैकेट फेंके गये थे और बागवानी कर रहे कुछ कैदियों ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया था। उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘केंद्रीय जेल, राजामहेंद्रवरम के अंदर बंद कुल 2,200 कैदियों में से 750 कथित एनडीपीएस अपराधों में हैं, जो मेरी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।’’
टीडीपी सुप्रीमो ने न्यायाधीश को सूचित किया कि यह उनके संज्ञान में आया है कि एस कोटा से एनडीपीएस मामले में एक रिमांड कैदी जेल में पेन कैमरा के साथ घूम रहा था, और अंदर कैदियों की तस्वीरें कैद कर रहा था। नायडू ने यह भी लिखा कि जब उन्हें 10 और 11 अक्टूबर की मध्यरात्रि को जेल में लाया गया, तो जेल में प्रवेश करते समय और जेल परिसर में रहते हुए उनकी अनधिकृत रूप से वीडियोग्राफी और तस्वीरें ली गईं। ‘‘उक्त फुटेज पुलिस द्वारा स्वयं लीक किया गया था। उन तस्वीरों को सत्ताधारी पार्टी द्वारा लोगों की नजरों में मेरी प्रतिष्ठा और छवि को नुकसान पहुंचाने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से, मेरी सुरक्षा संबंधी चिंताओं को हवा देकर, मेरी जान जोखिम में डालने की प्रवृत्ति के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित/प्रचारित किया गया था।‘