लंदन भेजकर कंपनी में जिम ट्रेनर की नौकरी दिलाने के नाम पर 35 लाख रुपए ठगे

वर्क वीजा पर लंदन भेजकर कंपनी में जिम ट्रेनर की नौकरी दिलाने के नाम पर

यमुनानगर: वर्क वीजा पर लंदन भेजकर कंपनी में जिम ट्रेनर की नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लोगों ने प्रहलादपुरी निवासी जगीर चंद से 35 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने उसके बेटे, पुत्रवधू व पोते को यूके भेजकर नौकरी दिलाने की बात कही थी। जब परिवार सदस्य लंदन पहुंचे तो वहां कंपनी पर ताला लगा मिला। अब परिवार यूके में फंसा हुआ है। पुलिस ने जगीर सिंह की शिकायत पर आठ आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रहलादपुरी निवासी जगीर चंद ने फर्कपुर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि अंबाला के दुर्गा नगर निवासी हंसराज उसका रिश्तेदार है। करीब नौ माह पहले आरोपी हंसराज अपने जीजा जीरकपुर के नगला गांव निवासी गुरमीत सिंह को साथ लेकर उनके घर आया था।


आरोपी हंसराज ने उसे बताया था कि उसका बेटा लवलेश यूके में रहता है। उसने ग्रीन लीफ के नाम से कंपनी बनाई हुई है। जिसमें वह भारत को लोगों को वर्क परमिट पर यूके ले जाकर वहां काम दिलाता है। इसके बाद आरोपी ने उसके बेटे पंकजदीप कुमार को जिम ट्रेनर की नौकरी दिलवाने की बात कहकर यूके लंदन भेजने की बात कही। तब आरोपियों ने उसके बेटे पंकजदीप कुमार को वर्क वीजा पर उसकी पुत्रवधु सुचेता व पोते मधुर समेत लंदन भेजने का 35 लाख रुपये खर्च बताया। आरोपियों ने उसे विश्वास दिलाया कि लंदन में उसके बेटे की ग्रीन लीफ कंपनी द्वारा पंकजदीप को जिम ट्रेनर की नौकरी दिलाई जाएगी।


आरोपियों पर विश्वास करके उसने अपने बेटे, पुत्रवधू व पोते के पासपोर्ट, आईडी प्रूफ व अन्य दस्तावेज उन्हें दे दिए। आरोपी हंसराज ने अपने जीजा गुरमीत सिंह, बहन प्रवीण कुमार, गुरमीत का भाई अशोक कुमार, सिद्ध ट्रेडर्स, रामविनय, विक्रम मधुरा व अन्य के साथ मिलकर उससे तीन मई को तीन लाख रुपये नकद लिए। इसके बाद सितंबर 2023 तक उन्होंने अलग अलग कर 35 लाख रुपये आरोपियों को दे दिए। 21 सितंबर को आरोपी हंसराज ने उसे बताया कि उसके बेटे, पुत्रवधु व पोते का वीजा लग गया है। अपने बच्चों की टिकट करा लो। 20 अक्तूबर से पहले उन्हें कंपनी में ज्वाइनिंग करनी है। इसके बाद उन्होंने यूके की टिकट करवाई।

15 अक्तूबर को उसका बेटा, पुत्रवधू व पोता यूके चले गए। लेकिन वहां पहुंचने पर उसके परिवार को आरोपी लवकेश लेने नहीं आया। उसके बेटे ने आरोपी को फोन किया तो उसने फोन उठाया बंद कर दिया। परेशान होकर उसके बेटे ने यूके में एक अन्य भारतीय व्यक्ति से जान पहचान की। जब उसका बेटा आरोपी लवकेश की कंपनी में गया तो उसका शटर बंद मिला। जांच करने पर पता चला कि यह कंपनी कभी की बंद हो चुकी है। आरोपी कंपनी के नाम पर लोगों से फ्रॉड करते है। उसका परिवार अब यूके में फंसा हुआ है।

जांच करने पर आरोपियों द्वारा दिए गए दस्तावेज भी फर्जी निकले। उसने आरोपियों से बात की तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। रुपये मांगने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। परेशान होकर इसकी शिकायत पुलिस को दी। फर्कपुर थाना पुलिस ने मामले में आठ लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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