बुर्ज खलीफा स्टाइल आतिशबाजी से भद्रकाली मंदिर में हिन्दू नववर्ष का हुआ आगाज

हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर कुरुक्षेत्र में प्रथम नवरात्रि के साथ नव संवत्सर का प्रारंभ हुआ

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर कुरुक्षेत्र में प्रथम नवरात्रि के साथ नव संवत्सर का प्रारंभ हुआ, मंदिर के कपाट खुलने से पहले ही मंदिर में भक्तों की भारी लाइन लग गई थी। प्रात: कालीन मंगला आरती मुख्य पुजारिन शिमला देवी ने की और उसके बाद शक्ति कलश पूजन किया। जिसमें मुख्य अतिथि देसूराम रिटायर्ड पोस्टल सुपरिंटैंडेंट, कुरुक्षेत्र रहे। पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि माँ शैलपुत्री देवी पार्वती का ही एक रूप हैं जो नंदी पर सवार, श्वेत वस्त्र धारण करती हैं। उनके एक हाथ में त्रिशुल और एक हाथ में कमल विराजमान है। माँ भद्रकाली जी को दीप, फल, फूल, माला, रोली, अक्षत चढ़ा कर पूजन किया गया। उन्होंने बताया कि माँ शैलपुत्री को सफेद रंग प्रिय है, इसलिए पूजन में सफेद फूल और मिठाई अर्पित की गई।

पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि प्रथम नवरात्रि को हिंदू नव वर्ष अभिनंदन, विक्रम संवत 2081 का भी आयोजन रात्रि 8 बजे किया गया जिसमें नगर देवी माँ भद्रकाली कुरुक्षेत्र वाली जी के 108 फुट ऊंचे शिखर पर भव्य आतिशबाजी का आयोजन विश्वप्रसिद्ध बुर्ज खलीफा स्टाइल में किया गया। गुरु जी ने बताया कि शक्तिपीठ और हिन्दू मंदिरों का मुख्य उद्देश्य अपने सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना भी है और इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर ऐसा भव्य आयोजन किया गया है। इस आयोजन को पिछले 3 वर्षों में करोडों भक्तों ने डिजिटल मीडिया के माध्यम से भी देखा था। अबकी बार इस हिन्दू नव वर्ष विक्रमी सम्वत 2081 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जया शारदा, अतिरिक्त उपायुक्त, कैथल व शांतनु शर्मा, उपायुक्त, कुरुक्षेत्र रहे व नरेंद्र कुमार जी पटाखे वाले, शाहबाद मुख्य यजमान रहे।

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