गांव बारना के स्वयं सहायता समूहों ने रोजगार के अनेक अवसर सृजित कर लिखी नई इबारत: मनोहर लाल

कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र के गांव बारना ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा रोजगार के अनेकों अवसर सृजित कर स्वरोजगार की एक नई इबारत लिखी है। वर्तमान में गांव में इस समय करीब 30 स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं। यही नहीं करीब 20 स्वयं सहायता समूह के पास लगभग 20 लाख बचत राशि के रूप में.

कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र के गांव बारना ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा रोजगार के अनेकों अवसर सृजित कर स्वरोजगार की एक नई इबारत लिखी है। वर्तमान में गांव में इस समय करीब 30 स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं। यही नहीं करीब 20 स्वयं सहायता समूह के पास लगभग 20 लाख बचत राशि के रूप में बैंक खातों में पड़े हैं। गत 10 मार्च को करनाल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ज्योति महिला स्वयं सहायता समूह को 50 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित व प्रोत्साहित किया था।

मुख्यमंत्री के कुरुक्षेत्र दौरे के दौरान बारना गांव में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री से बातचीत की और उनके द्वारा चलाए जा रहे समूहों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के अपने परिवारों के पालन- पोषण करने के साथ-साथ अन्य महिलाओं को भी रोजगार के अवसर देने के प्रयासों की सराहना की। बारना गांव की स्वयं सहायता समूह चलाने वाली सुमन बताती हैं कि गांव में स्वयं सहायता समूह स्वरोजगार के माध्यम से अपने परिवार का पालन पोषण तो कर ही रहे हैं। साथ ही अपने आर्थिक जीवन को भी बेहतर बना रहे हैं। आज के इस दौर में स्वयं सहायता समूह सामुदायिकता और सामाजिकता की भावना को संजोकर रखे हैं। स्वयं सहायता समूह अपने कोष के पैसे से ग्रामीण आधारित सूक्ष्म या लघु उद्योग की शुरुआत भी करते हैं। जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होते हैं।

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