चिंतपूर्णी मंदिर में रुकी चढ़ावे की गिनती, पुजारी ने कहा सोफे पर बैठकर काउंटिंग करना उचित नहीं

चिंतपूर्णी (राजीव भनोट/अमन शर्मा) : चिंतपूर्णी मन्दिर के कुछ पुजारियों द्वारा मन्दिर के चढ़ावे की गणना को होने से रोक दिया गया और रोजाना होने वाले चढ़ावे की काउंटिंग फिहलाल ढाई बजे तक नहीं हो सकी थी। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को जब मन्दिर के काउंटिंग हाल में वीरवार को मन्दिर में चढ़े नगद चढ़ावे.

चिंतपूर्णी (राजीव भनोट/अमन शर्मा) : चिंतपूर्णी मन्दिर के कुछ पुजारियों द्वारा मन्दिर के चढ़ावे की गणना को होने से रोक दिया गया और रोजाना होने वाले चढ़ावे की काउंटिंग फिहलाल ढाई बजे तक नहीं हो सकी थी। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को जब मन्दिर के काउंटिंग हाल में वीरवार को मन्दिर में चढ़े नगद चढ़ावे की गणना की तैयारी की जा रही थी, तो इस दौरान वीरवार को मन्दिर में जिस पुजारी की बारी थी उसने मन्दिर काउंटिंग हाल में काउंटिंग के लिए लगाए गए सोफा सेट और टेबल को देखकर मन्दिर के चढ़ावे की काउंटिंग करने से मना कर दिया। पुजारी राजन कालिया ने इस दौरान काउंटिंग हाल में रखे सोफा सेट काउंटिंग हाल से बाहर निकाल दिए और कहा कि काउंटिंग होगी तो फर्श पर बैठकर ही होगी।

इस दौरान मन्दिर ट्रस्ट शशि कालिया और छपरोह के उपप्रधान संजय कालिया ने राजन कालिया की बात का समर्थन किया और कहा कि मन्दिर में माता रानी की दिव्य पिंडी वट वृक्ष के नीचे चिर काल से विराजमान है और ये परम्परा रही है कि मंदिर के अंदर फर्श पर ही दरी इत्यादि बगैरा बिछाए जाते हैं लेकिन काउंटिंग हाल में लगाए गए सोफा सेट पर बैठकर गणना करना उचित नहीं है। पुजारी राजन कालिया का कहना था कि अगर इस तरह बैठकर मन्दिर प्रशासन टेबल पर गणना करना चाहता है तो वे गणना कक्ष को नीचे वाली मंजिल में शिफ्ट कर दें।

बताते चले कि कुछ दिन पहले बाबा बालक नाथ मन्दिर की तर्ज पर मन्दिर न्यास चिंतपूर्णी ने काउंटिंग हाल में बैठने की व्यवस्था को लेकर बदलाब किया था जिसको लेकर अब मन्दिर केकुछ पुजारियों की ओर से विरोध किया जा रहा है। बताते चले कि जहां माता रानी की पिंडी विराजमान है उसी मंदिर परिसर में काउंटिंग हाल बना हुआ है और पिछले एक हफ्ते से टेबल व सोफा सेट लगाकर मन्दिर प्रशासन की ओर से चढ़ावे की गणना की जा रही है।

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