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चिंतपूर्णी श्रावण अष्टमी मेले के दौरान सुगम दर्शन प्रणाली को अपनाकर श्रदालु कर रहे हैं दर्शन

चिंतपूर्णी श्रावण अष्टमी मेले के दौरान श्रदालु सुगम दर्शन प्रणाली को अपनाकर भी चिंतपूर्णी मन्दिर पहुंचकर माता रानी के दर्शन कर रहे हैं श्रावण अष्टमी मेले के पहले दिन 499 श्रदालुओं ने सुगम दर्शन प्रणाली के तहत पास बनाकर लिफ्ट से मन्दिर पहुंचकर दर्शन किए।वीरवार को पहले नवरात्रे के दौरान499पास बनाए गए जिसमें 329पास बुजर्ग.

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चिंतपूर्णी श्रावण अष्टमी मेले के दौरान श्रदालु सुगम दर्शन प्रणाली को अपनाकर भी चिंतपूर्णी मन्दिर पहुंचकर माता रानी के दर्शन कर रहे हैं श्रावण अष्टमी मेले के पहले दिन 499 श्रदालुओं ने सुगम दर्शन प्रणाली के तहत पास बनाकर लिफ्ट से मन्दिर पहुंचकर दर्शन किए।वीरवार को पहले नवरात्रे के दौरान499पास बनाए गए जिसमें 329पास बुजर्ग और दिव्यांगों के बनाए गए जबकि 170पास ग्यारह सौ रुपए वाले सुगम दर्शन के बनाए गए।499पास से पहले नवरात्रे में मन्दिर न्यास को 2लाख तीन हजार 450रुपए की आमदनी हुई इसी तरह दूसरे नवरात्रे में शुक्रवार को कुल 402पास बने जिसमें बुजर्ग और दिव्यांग के 282पास और ग्यारह रुपए वाले सुगम दर्शन के 120पास बनाए गए और इन 402पास से एक लाख 46 हजार एक सौ रुपए की आमदनी मन्दिर न्यास को हुई है।यही नहीं इन पास बनाने वाले सभी श्रदालुओं को बाबा श्री माईदास सदन से ई व्हीकल में बैठाकर मन्दिर की लिफ्ट तक छोड़ा जा रहा मेले के दौरान पांच ई व्हीकल श्रदालुओं को मन्दिर तक पहुंचाने की सुविधा के लिए लगाए गए हैं और गोल्फ कार्ट की ये सुविधा सुबह सात बजे शुरू होकर रात दस बजे तक रह रही है।बताते चले की एक दिन में सिर्फ पांच सौ सुगम पास बनाने की ही अनुमति मन्दिर प्रशासन की और से दी गई है

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