Rampur में भारी भूस्खलन से कई घरों को बना खतरा, प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर किया निरीक्षण

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : रामपुर बुशहर में बीती रात भारी बारिश हुई है, जिससे रामपुर मुख्यालय के साथ नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले वार्ड नंबर 1 कलयाणपुर पीप्टी व फारेस्ट आफिस के साथ भारी भूस्खलन से खतरा बना हुआ हैं। यहां पर लगभग 30 के करीब लोगों के मकान को खतरा बना हुआ है।.

रामपुर बुशहर (मीनाक्षी) : रामपुर बुशहर में बीती रात भारी बारिश हुई है, जिससे रामपुर मुख्यालय के साथ नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले वार्ड नंबर 1 कलयाणपुर पीप्टी व फारेस्ट आफिस के साथ भारी भूस्खलन से खतरा बना हुआ हैं। यहां पर लगभग 30 के करीब लोगों के मकान को खतरा बना हुआ है। कल्याणपुर के स्थानीय लोगों ने बताया कि रात के समय लगभग 11 बजे जब बारिश शुरू हुई, तो इस दौरान लोग अपने अपने घरों में सोने की तैयारी में थे, लेकिन बारिश इतनी तेज हुई कि कोई भी व्यक्ति अपने घर पर नहीं सो पाया। ऐसे में देखते ही देखते आसपास के नाले पानी से भर गए और कई घरों के आगे से डंगे तो कई घरों के पीछे से डंगे ढह गए। वहीं साथ में पेड़ मलवा इत्यादि भी कई लोगों के घरों पर आ गिरा।

वहीं सुबह होते ही क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रशासन की टीम भी रवाना हुई। इसी दौरान प्रशासन की टीम ने वार्ड नंबर 1 के कल्याणपुर पीपटी इत्यादि का जायजा लिया और यहां पर पाया गया कि काफी लोगों के घरों को भूस्खलन होने के कारण खतरा बना हुआ है, जिसको लेकर तहसीलदार रामपुर जयचंद ने बताया कि प्रशासन की टीम ने मौके का मुआयना किया और राहत के तौर पर अभी 20 के करीब लोगों को त्रिपाल वितरित कर दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि यहां पर यदि स्थिति बिगड़ती है तो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की भी व्यवस्था प्रशासन द्वारा कर दी गई है। उन्होंने बताया कि पानी, बिजली की व्यवस्था क्षेत्र में सुधारने का प्रयास किया जाएगा ,और सभी विभाग अपने अपने कार्य में जुट गए हैं। तहसीलदार जयचंद ने बताया कि प्रशासन प्रभावित लोगों का पूरा सहयोग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि लगातार रामपुर उपमंडल के विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन के मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें घरों को और लोगों की भूमि को भारी नुकसान हो रहा है।

वहीं स्थानीय निवासी कल्याणपुर अरुण शर्मा व नीरज ठाकुर ने बताया कि बीती रात कल्याणपुर में भारी बारिश हुई। इस दौरान साथ लगते नाले उफान पर थे। ऐसे में वहां के लोग काफी डर गए। उन्होंने बताया कि उससे क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ हैं, जहां लोगों के घरों को नुकसान हुआ है। वहीं सीवरेज की पाइप, पानी की पाइप इत्यादि भी नष्ट हुई है और साथ में कई पेड़ भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि पेड़ से काफी पानी का रुका जाता है। ऐसे में प्रशासन से मांग की है कि जो भी पेड़ गिरे है, उन्हें तुरंत प्रभाव से हटाया जाएं। ताकि पानी एक स्थान पर एकत्रित ना हो सके और लोगों के घरों को भी खतरा ना बने।

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