शिमला: हिमाचल पुलिस ने अवैध नशीली दवाओं के व्यापार और कारोबार पर कड़ा प्रहार किया है। पुलिस ने एक साथ दस जिलों में छापेमारी कर नशीली दवाओ के कारोबार करने वालों की कमर तोड़ दी है। प्रदेश पुलिस ने अवैध नशीली दवाओं के व्यापार पर एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, 1985 के तहत दस जिलों में श्रृंखलाबद्ध तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में कांगड़ा, नूरपुर, चंबा, ऊना, देहरा, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर, मंडी और बिलासपुर जिलों में लगभग 50 स्थानों पर छापेमारी की गई। विभिन्न पुलिस थानों के अधिकार क्षेत्र में की गई इन तलाशियों का उद्देश्य मादक दवाओं को जब्त करना और महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाना था। इस अभियान के दौरान पुलिस ने सात अलग-अलग मामलों में कुल 10 किलोग्राम से अधिक चरस और 100 ग्राम चिट्टा जब्त किया गया तथा सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा आठ लाख रुपये से अधिक की धनराशि, फोन सहित विभिन्न डिजिटल उपकरण और आरोपियों के चल एवं अचल संपत्तियों से संबंधित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। यही नहीं कुछ स्थानों से अवैध शराब भी जब्त की गई। पुलिस का अभी भी कई स्थानों पर तलाशी अभी भी जारी है। बता दें कि यह ऑपरेशन हिमाचल प्रदेश पुलिस की अवैध नशीली दवाओं के व्यापार से निपटने और हमारे समुदायों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पुलिस सतर्क है कि ऐसी अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना जारी रखेगी। हिमाचल प्रदेश पुलिस जनता से सतर्क रहने और नशीले पदाथोर्ं और अवैध पदाथोर्ं से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने का आग्रह करती है। साथ मिलकर, हम नशा मुक्त भारत की दिशा में काम कर सकते हैं।