शिमला : सूबे की राजधानी शिमला के बाजारों में लोहड़ी पर्व को लेकर रौनक बढ़ गई है। लोगों ने बाजारों में लोहड़ी की खरीदारी आरंभ कर दी है। शिमला शहर के लोअर बाजार में बुधवार को लोग लोहड़ी मनाने के लिए सामान की खरीदारी करते नजर आए। लोहड़ी पर्व तिल, गुड़, गजक, रेवड़ी की मिठास के साथ मनाया जाता है। उत्तर भारत में शुक्रवार को लोहड़ी पर्व मनाया जाएगा। शिमला में भी इस पर्व पर लोग रात के समय लोहड़ी पूजन करते हैं। लोहड़ी का त्योहार हर साल उत्तर भारत में 13 जनवरी को मनाया जाता है।
बता दें कि पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और हिमाचल में मकर संक्रांति से पहले शाम को लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार नई फसल के उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। लोहड़ी की रात खुली जगह पर लड़कियों में पवित्र अग्नि लगाते हैं। परिवार व आस-पड़ोस के लोग लोक गीत गाते हुए नए धान के लावे के साथ खील, मक्का, गुड़, रेवड़ी, मूंगफली को उस पवित्र अग्नि में अर्पित कर परिक्रमा करते हैं। इस त्योहार को लेकर बच्चे काफी उत्साहित रहते हैं।
इसलिए मनाते हैं लोहड़ी
लोहड़ी फसल की बीजाई और कटाई से जुड़ा एक खास पर्व है। इस अवसर पर नई फसल की पूजा की जाती है। लोहड़ी की अग्नि में रवि की फसल के तौर पर तिल, रेवड़ी, मूंगफली, गुड़ आदि चीजें अर्पित की जाती हैं। इस दिन लोग सूर्य देव और अग्नि देव का आभार व्यक्त करते हैं, जिससे कि फसल अच्छी उत्पन्न हो।