गाहरा के सेवानिवृत्त सुबेदार स्वरूप चंद ने सरकार , प्रशासन पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा की शायद प्रशासन मुख्यमंत्री के आदेश के बिना आपदा वाली जगहों पर नहीं जाना चाहता।
उनका कहना था कि आज बादल फटने के 5 दिन बाद भी मौके पर नुकसान का जायजा लेने DC SDM सरीखे अधिकारी नहीं पहुंचे केवल एक पटवारी को इतनी बड़ी त्रासदी का आंकलन करने को भेज दिया जिसने 200 कनाल से जादा क्षतिग्रस्त भूमि होने के बावजूद 70 कनाल का नुकसान बताया जोकि सरासर गलत है। ग्रामीणों ने सुजानपुर के विधायक राजिंदर राणा को भी खूब खरी खोटी सुनाई और उनके हवाई दौरे पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि विधायक कब आये कब गए किसी को पता नहीं चला और ना ही किसी को सूचित किया गया।
गाँव वालों से मिलने पहुंचे समाजसेवी रविन्द्र सिंह डोगरा ने पूरे गाँव का दौरा कर ग्रामीणों का हाल चाल जाना और जहाँ बादल फटा था उस पूरे क्षेत्र का मुआयना किया। डोगरा ने बताया कि यदि अधिकारी मौके का मुआयना करते तो शायद उन्हें दिख जाता की कितनी बड़ी जमीन जमींदोज हो गई और उसका वास्तविक क्षेत्रफल कितना है।इस बारे में अब वह सीधे मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर कर बमसन की स्थिति और अधिकारियों के रवैये से अवगत करवायेंगे ऐसा रविन्द्र सिंह डोगरा का कहना है।