Himachal प्रदेश में शुरू हुआ हिमपात, जल्दी सर्दी आने के संकेत

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में तीन हजार मीटर से ऊंची वाली प्रमुख चोटियों पर हिमपात हुआ है, जो प्रदेश में जल्द सर्दी का मौसम आने का संकेत है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि प्रदेश के डलहौजी, कुल्लू-मनाली, विशेष रूप से लाहौल स्पीति तथा कांगड़ा के ऊपरी इलाकों में भारी हिमपात हुआ, लेकिन.

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में तीन हजार मीटर से ऊंची वाली प्रमुख चोटियों पर हिमपात हुआ है, जो प्रदेश में जल्द सर्दी का मौसम आने का संकेत है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि प्रदेश के डलहौजी, कुल्लू-मनाली, विशेष रूप से लाहौल स्पीति तथा कांगड़ा के ऊपरी इलाकों में भारी हिमपात हुआ, लेकिन आज यहां मौसम मुख्यत: शुष्क बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक आज से मौसम ठीक रहने के आसार हैं, जिससे ऊपरी इलाकों में निवास करने वाले लोगों को जमा देने वाली शीत लहर से राहत मिलेगी।

शिमला के मौसम कार्यालय के अनुसार, केलांग (लाहौल स्पीति का मुख्यालय) में रात का तापमान शून्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मंगलवार को तापमान शून्य से 0.7 डिग्री काफी कम था। शिमला का तापमान नौ डिग्री रहा, जो सामान्य से करीब दो डिग्री कम है। इसके अलावा, पर्यटन स्थल डलहौजी में पिछले दो दिनों में लगभग 80 मिमी बारिश हुई और ऊपरी इलाकों में भारी हिमपात हुआ।

कांगड़ा और बारा-बंगाल में राजसी धौलाधार पर्वतमाला पर दो बार हिमपात हुआ और मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग-3 पर पिछले तीन दिनों से हिमपात हो रहा है। शिमला जिले की सबसे ऊंची हाटू चोटी और खदराला में पिछले दो दिनों में भारी हिमपात हुआ। लाहौल घाटी के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा और स्पीति घाटी के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले 14500 फीट ऊंचे नुन्जुम सहित प्रदेश के ऊपरी इलाकों में न्यूनतम तामपमान जमाव बिंदु से नीचे दर्ज किया गया। इन इलाकों में एक फीट तक ताजा हिमपात हुआ।

लाहौल स्पीति के जिला प्रशासन ने मंगलवार को पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों मनाली-लेह, मनाली-सरचू और दारचा-¨शकुला की सड़कों को बर्फ से ढकी रहने को लेकर चेतावनी दी। फिलहाल, राष्ट्रीय राजमार्ग, पुल और प्रमुख सड़कें अभी भी आवागमन के लिए बहाल नहीं की गयी हैं।

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