रामपुर बुशहर : शिमला जिले के रामपुर बुशहर में एक स्कूल ऐसा भी स्कूल है जहां पर मात्र 2 विद्यार्थी को पढ़ाने के लिए दो शिक्षक मौजूद हैं। यह मामला रामपुर के बशाड़ा का है यहां पर मौजूद प्राथमिक पाठशाला में लगभग एक साल से दो छात्र और दो अध्यापक मौजूद है। वहीं रसेदली स्कूल में एक छात्र एक अध्यापक मौजूद हैं। इस छात्रों को पढ़ाने के लिए सरकार शिक्षकों को हजारों रुपए का वेतन दे रही है। इसके अलावा अन्य व्यवस्था पर भी बड़ा खर्च हो रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक पाठशाला बशाड़ा में एक एचटी, एक जेबीटी, वाटर कैरियरए मिड-डे मील वर्कर मौजूद है। कुल मिलाकर यहां पर सरकार की ओर से चार स्टाफ मौजूद है, लेकिन शिक्षा ग्रहण करने वाले दो ही छात्र मौजूद है।
बशाड़ा स्कूल में 2 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे : केवल राम
बीपीओ सराहन केवल राम ने बताया कि बशाड़ा स्कूल में 2 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और यहां पर दो अध्यापक मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि इनके अलावा मिड-डे मील वर्कर व वाटर कैरियर भी मौजूद है। उन्होंने बताया कि रामपुर के दूरदराज के क्षेत्र पंद्रह-बीश के नंती में 15 छात्र स्कूल में मौजूद हैं, लेकिन एक भी अध्यापक छात्रों को पढ़ाने के लिए नहीं है। बैच वाइज जेबीटी की भर्ती जब हुई थी उस समय यहां के लिए एक अध्यापक को यहां से भेजा गया था, लेकिन उसने भी अपना पद भार वहां पर नहीं संभाला। ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक पाठशालाओं में छात्रों की संख्या लगातार घटती जा रही है। लोग अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के मकसद से शहर का रुख कर रहे हैं। जिस कारण अब स्कूलों में अध्यापक तो हैं, लेकिन छात्रों की संख्या कम। यह सरकारी स्कूलों के लिए चिंता का विषय है। समय पर सरकार को उचित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि सरकारी स्कूलों में फि र से रोकने लौट आए और छात्रों को गुणवत्ता के आधार पर शिक्षा मिल सकें।
बीपीओ रामपुर के अंतर्गत 32 ऐसे स्कूल हैं जहां पर 10 से कम छात्रों की संख्या
वहीं रामपुर में ऐसे अन्य भी प्राथमिक स्कूल है, जहां पर एक दो छात्र मौजूद है। ओडा स्कूल में 3 छात्र व दो अध्यापक मौजूद हैं। रसेंदली स्कूल में 1 छात्र व 1 अध्यापक, कल्ना स्कूल में 4 छात्र व 2 अध्यापक, तलाई स्कूल में 4 छात्र व दो शिक्षक मौजूद है। बीपीओ रामपुर के अंतर्गत 32 ऐसे स्कूल हैं जहां पर 10 से कम छात्रों की संख्या है।