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किसानों के मुरझाए चेहरे, बारिश और तेज हवाओं से खेतों में बिछ गई गेहूं की फसल

नालागढ़ : नालागढ क्षेत्र में बारिश के साथ आई तेज हवाओं ने किसान की रवी की फसल बर्बाद हो गई है। तेज अंधड़ से गेहूं की फसल जमीन पर बिछने से दाने का साईज छोटा होने के आसार है। इस बार पहले ही कम बारिश हुई अब जब गेंहू की फसल पककर तैयार हो गई.

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नालागढ़ : नालागढ क्षेत्र में बारिश के साथ आई तेज हवाओं ने किसान की रवी की फसल बर्बाद हो गई है। तेज अंधड़ से गेहूं की फसल जमीन पर बिछने से दाने का साईज छोटा होने के आसार है। इस बार पहले ही कम बारिश हुई अब जब गेंहू की फसल पककर तैयार हो गई है तो बारिश के साथ चली तेज हवाओं ने रही सही कसर पूरी कर दी। इतनी मेहनत करने के बाद अब किसानों के चेहरे मुरझा गए है।

मौसम विभाग ने पहले ही तेज बारिश के साथ हवाओं के चलने का अंदेशा जताया था। अगले दो दिनों तक भी मौसम खराब रहने की संभावना है। नालागढ़ कृषि उपमंडल में आठ हजार हैक्टेयर जमीन पर गेहूं की फसल लगाई गई है। इस वर्ष समय पर बारिश ना होने पहले ही किसान नाखुश थे। लेकिन सोमवार दोपहर के बाद बारिश के साथ तेज हवाओं ने किसानों के चेहरे मुरझा दिए।

किसान जगतार सैणी, किरपालपुर से गुरप्रताप सिंह बब्बु, बरूणा से विनोद ठाकुर , जगत राम, सिकंदर सिंह, गुरदेव चौधरी ने बताया कि बारिश के बाद आए तूफान से किसानों के चेहरे उतर गए है। तूफान से फसल जमीन पर बिछ गई है। अब खेत में बिछी हुई फसल को जहां दीमक लग जाएगी वहीं गेहूं की दाना भी छोटा पड़ जाएगा। हालांकि पिछले तीन दिनों से मौसम खराब है अगर इसी तरह तेज हवाएं चलती रही और मौसम अपनी करवट बदलता है तो किसानों को ओर ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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