चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने विकास तरल इंजन को फिर से शुरू करने का सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर एक और उपलब्धि हासिल की है।
अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा कि यह इंजन प्रक्षेपण वाहनों के तरल चरणों को शक्ति प्रदान करता है और चरणों की पुनर्प्राप्ति के लिए प्रौद्योगिकियों के विकास में एक मील का पत्थर है। इससे भविष्य के प्रक्षेपण वाहनों को दोबारा उपयोग का मार्ग प्रशस्त होगा। उसने इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स, महेंद्रगिरि में इसकी इंजन परीक्षण सुविधा में शुक्रवार को विकास तरल इंजन को फिर से शुरू करने का प्रदर्शन किया। विकास इंजन एक वर्कहॉर्स इंजन है जो इसरो के प्रक्षेपण वाहनों के तरल चरणों को शक्ति प्रदान करता है। यह परीक्षण भविष्य के लॉन्च वाहनों में पुन: उपयोग के अग्रणी चरणों की पुनर्प्राप्ति के लिए प्रौद्योगिकियों के विकास में एक मील का पत्थर है।
बयान में कहा गया है कि अलग-अलग तरीकों से इंजन को फिर से शुरू करने की पुष्टि करने के लिए कई स्थितियों में परीक्षण किए जा रहे हैं। इस परीक्षण में इंजन को 60 सेकंड के लिए चालू किया गया जिसके बाद इसे 120 सेकेंड के लिए बंद कर दिया गया। इसके बाद 7 सेकंड की अवधि के लिए दोबारा चालू किया। परीक्षण के दौरान सभी इंजन पैरामीटर सामान्य और उम्मीद के मुताबिक थे।