Kisan Andolan Live : Punjab में कल 12 से 4 बजे तक रेलवे ट्रैक जाम करेंगे किसान

दिल्ली के चारों बार्डर, टिकरी, सिंघु, गाजीपुर और शंभू बार्डर को बंद कर दिया गया है। इन सभी बार्डरों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं

नई दिल्ली/चंडीगढ़ः पंजाब और हरियाणा के बीच अंतरराज्यीय सीमाओं पर बुधवार को दूसरे दिन भी भारी सुरक्षा व्यवस्था रही। दूसरी तरफ, प्रदर्शनकारी किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी के साथ विभिन्न मांगों को लेकर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने पर अड़े हुए हैं। किसानों के विरोध-प्रदर्शन को राजधानी तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने मंगलवार को प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया। उनके बीच हुई पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी और किसान घायल हो गए।

200 से अधिक किसान संघों का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रदर्शनकारी किसान कृषि ऋणों की माफी की भी मांग कर रहे हैं और चाहते हैं कि कृषि कानूनों का विरोध करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामले हटा दिए गए हैं। किसान यूनियनों द्वारा मौके पर अस्थायी अस्पताल शुरू किए गए हैं। यहां तक कि पंजाब सरकार ने भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पास के सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क कर दिया है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य, कर्ज माफी, एम एस स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर किसान संगठनों के दिल्ली कूच का आज दूसरा दिन है।

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पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर डटे किसान, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े

सैकड़ों किसान बुधवार सुबह एक बार फिर अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने के लिए पंजाब-हरियाणा की दो सीमाओं पर डटे रहे। पुलिस ने हरियाणा के जींद जिले में दाता सिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। पुलिस के मुताबिक, इस झड़प में नौ पुलिसर्किमयों को चोटें आईं। ‘दिल्ली चलो’ मार्च में भाग लेने के लिए पंजाब के कई स्थानों से किसानों का आना जारी है। पंजाब की ओर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी देखी जा सकती हैं। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जब कुछ किसान शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड के पास एकत्र हुए तो हरियाणा पुलिस ने बुधवार सुबह आंसू गैस के कई गोले दागे।

प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि वे राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करने के लिए दृढ़ हैं। कई युवा किसानों ने शंभू बॉर्डर पर बहुस्तरीय अवरोधक हटाने के लिए अपने ट्रैक्टर तैयार रखे हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने हरियाणा पुलिस द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले के प्रभाव को कम करने के लिए पानी के टैंकरों की भी व्यवस्था की है। किसान आंसू गैस के गोले के प्रभाव को सीमित करने के लिए पानी की बोतलें और गीले कपड़े भी ले जाते दिखे। कई किसानों ने कहा कि मंगलवार को हरियाणा पुलिस द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले के कारण उन्हें सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन हुई।

पटियाला के डीसी शौकत अहमद पर्रे ने अंबाला डीसी को लिखा पत्र

पंजाब के अधिकारियों ने शंभू सीमा पर उनके क्षेत्र में आंदोलनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए हरियाणा द्वारा ड्रोन के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है। पंजाब के पटियाला के उपायुक्त शौकत अहमद पर्रे ने अंबाला के उपायुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि वे अंबाला के पास शंभू सीमा पर पंजाब के क्षेत्र के अंदर अपने ड्रोन न भेजें। हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को उन किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने के वास्ते एक ड्रोन तैनात किया था, जो विभिन्न मांगों के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते दिल्ली की ओर मार्च करने की कोशिश में बैरिकेड तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। किसानों ने दावा किया कि जब वे पंजाब क्षेत्र के अंदर खड़े थे तो ड्रोन ने उन पर आंसू गैस के कई गोले गिराए।

पहली बार हो रहा किसानों के खिलाफ अर्धसैनिक बलों का इस्तेमाल : सरवन सिंह पंधेर

दिल्ली कूच को रोकने के लिए हरियाणा सरकार के तरीकों पर सवाल उठाते हुए किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि यह पहली बार है कि किसानों के खिलाफ अर्धसैनिक बलों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पंधेर ने कहा कि यह पहली बार है कि अर्धसैनिक बलों का इस्तेमाल किसानों के खिलाफ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह आँसू गैस गोले दाग रहे हैं, रबड़ गोलियां चला रहे हैं। उन्होंने कहा, कि ‘सरकार या तो हमारी मांगे माने या फिर हमें विरोध प्रदर्शन करने दे। यह हमारा लोकतान्त्रिक अधिकार है। हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण है और हम जरूर जीतेंगे।

किसानों के आंदोलन को देखते हुए कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा कृषि भवन में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं कि इसका समाधान कैसे किए जाए। किसान दिल्ली कूच के लिए अड़े हुए हैं और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर जबरदस्त तनाव का माहौल है।

दिल्ली जा रहे किसानों को रास्ते में रोकने और उन पर आंसू गैस छोड़ने के विरोध में पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन उग्रहा का बड़ा ऐलान किया है कि पंजाब भर में कल 15 फरवरी को दोपहर 12:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक रेलवे ट्रैक जाम किए जाएंगे।

सरकार को किसानों की जायज मांगों को मान लेना चाहिए : गुरनाम सिंह चढूनी

हरियाणा से किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी आए किसान आंदोलन के समर्थन में कहा कि किसानों की जायज मांगों को सरकार को मान लेना चाहिए। इस तरह से करवाई किसी बड़े संघर्ष को बुलावा देने का काम है। बड़ा संघर्ष सरकार से संभाला भी नहीं जाएंगा।

दिल्ली को इस तरह घेरती हैं ये सीमाएं

देश की राजधानी नई दिल्ली में 13 फरवरी को किसान आंदोलन के चलते सभी बार्डर सील कर दिए गए हैं। इसकी वजह से दिल्ली से सटी तमाम सीमाओं पर ट्रैफिक जाम लग गया है। वहीं दिल्ली के चारों बार्डर, टिकरी, सिंघु, गाजीपुर और शंभू बार्डर को बंद कर दिया गया है। इन सभी बार्डरों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसान दिल्ली में एंट्री न कर सकें। आइए जानते हैं इन चारों बार्डरों के बारे में-

सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने अस्पतालों का किया दौरा

सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने अस्पतालों का दौरा किया। आज वह मोहाली राजपुरा और पटियाला सहित कई अस्पतालों का दौरा करेंगे। किसान आंदोलन में घायल किसानों से भी सेहत मंत्री मिलेंगे। किसानों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। कल ही मुख्यमंत्री मान ने बॉर्डर पर एंबुलेंस को तैनात किया था। संगरूर, पटियाला, डेराबस्सी, मानसा और bathinda के अस्पतालों को भी अलर्ट किया गया था।

हम किसानों पर हमलों और अत्याचारों की करते हैं कड़ी निंदा : हरपाल चीमा

किसानों के हित का समर्थन करते हुए, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने एक्स पर लिखा: ‘‘हम किसानों पर हमलों और अत्याचारों की कड़ी निंदा करते हैं, जो लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने के अपने अधिकारों के भीतर हैं। ये हमले भाजपा और हरियाणा के मुख्यमंत्री की कठोर मानसिकता को दर्शाते हैं। सरकार को किसानों को रचनात्मक बातचीत के लिए बुलाना चाहिए और उनकी मांगों को सुनना चाहिए।’’ हजारों की भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया, जबकि कई किसानों को सीमा पर हिरासत में लिया गया।

किसानों ने मंगलवार को सीमा पर उन्हें रोकने के लिए पुलिस द्वारा लगाए गए मल्टी-लेयर बैरिकेड्स को ट्रैक्टरों से हटाकर, सीमेंट और कंटीले तारों की बाड़ को क्षतिग्रस्त कर दिया। किसान पंजाब से हरियाणा में प्रवेश करने और राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने के लिए सिंघू सीमा पार करने की कोशिश में बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। किसानों का इरादा अंबाला-शंभू, खनौरी-जींद और डबवाली बॉर्डर से दिल्ली की ओर मार्च करने का है। हरियाणा के सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और पंचकुला तथा चंडीगढ़ में धारा 144 लागू कर दी गई है।

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