महबूबा की बेटी का अदालत से याचिका वापस लेने से इनकार

श्रीनगर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने शुक्रवार को विदेश यात्रा के अधिकार को नियंत्रित कर ‘सशर्त और देश विशिष्ट’ वाला पासपोर्ट जारी करके के लिए सरकार पर निशाना साधा। इल्तिजा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी और जम्मू कश्मीर पुलिस की आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) पर.

श्रीनगर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने शुक्रवार को विदेश यात्रा के अधिकार को नियंत्रित कर ‘सशर्त और देश विशिष्ट’ वाला पासपोर्ट जारी करके के लिए सरकार पर निशाना साधा। इल्तिजा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी और जम्मू कश्मीर पुलिस की आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) पर पासपोर्ट जारी करने के लिए अदालत को गुमराह करने का भी आरोप लगाया। इल्तिजा ने जून-2022 में अपने पासपोर्ट का नवीनीकरण करने के लिए आवेदन किया था, जिसके बाद उन्होंने फरवरी 2023 में जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और पासपोर्ट जारी करने में हस्तक्षेप करने की मांग की। गुरुवार को इल्तिजा को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दो वर्ष के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए पासपोर्ट जारी किया गया।

उन्होंने कहा ‘‘कश्मीर के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी दविंदर कुमार और सीआईडी ने माननीय न्यायालय को गुमराह किया क्योंकि आरपीओ ने न्यायालय को बताया कि उन्होंने मुझे पासपोर्ट जारी कर दिया है। केवल दो वर्ष के लिए पासपोर्ट जारी किया गया है और इसमें स्पष्ट रुप से उल्लेखित है कि यह केवल संयुक्त अरब अमीरात के लिए ही मान्य है। डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने अदालत से यह भी अनुरोध किया कि मेरी याचिका को खारिज किया जा सकता है क्योंकि मुझे पासपोर्ट जारी कर दिया गया है लेकिन यह कैसा पासपोर्ट है।’’ उन्होंने कहा कि वह एक भारतीय और देश के कानून का पालन करने वाली नागरिक हैं लेकिन उन्हें विदेश यात्रा के मौलिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा ‘‘मैं किसी एफआईआर या किसी अन्य राष्ट्र विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं हूं फिर पासपोर्ट अधिकारी ने मुझे सशर्त पासपोर्ट क्यों जारी किया?‘

पीडीपी प्रमुख की बेटी ने दावा किया कि उनके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम लगाया गया है जो कि आमतौर पर किसी जासूस के लिए लगाया जाता है। उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या मैं एक भगोड़ा हूँ या एक आतंकवादी या राष्ट्र-विरोधी हूं जिसके लिए मुझे दंडित किया जा रहा है? अगर मैं सरकार की आलोचना करती हूं तो क्या यह देश के खिलाफ बोलने जैसा है? क्या इसमें मेरी कोई गलती है’’? उन्होंने कहा कि अगर सीआईडी अपनी रिपोर्ट के प्रति इतनी ही आश्वस्त है तो उसे आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम क्यों लगाना पड़ा? वह दस्तावेज को सार्वजनिक क्यों नहीं करना चाहती है? उन्होंने दावा किया कि उनके साथ एक कुख्यात अपराधी जैसा व्यवहार इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वह एक पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने अधिकारों के लिए लड़ेगी।

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