Resume Tips : आज के इस प्रतिस्पर्धा के दौर में नौकरी पाना बहुत मुश्किल हो गया है। ऐसे में कई बार हम खुद कि ही गलतियों से रिजेक्शन हासिल करते है। उसमे सबसे बड़ी वजह ‘Resume’ है। नौकरी पाने के लिए सबसे पहले हमें कंपनी में Resume देना पड़ता है। जिसके आधार पर हमें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। जब हम Resume बनाते है तो उसमें कुछ चीजों को नजरअंदाज कर देते है, जो कि इंटरव्यू लेने वाले को पसंद नहीं आती है और रिजेक्शन का कारण बनती है। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि किन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख के Resume बनाया जाए जिससे इंटरव्यू लेने वाला Resume देख के आपसे प्रभावित हो जाए।
पूरा पता लिखने से बचें-
Resume बनाते समय कई लोग पिन कोड के साथ अपना पता लिख देते है। जो कि सही नहीं है। सिर्फ शहर और राज्य का नाम लिखना भी काफी होगा।
कमजोर शब्दों का प्रयोग –
Resume में कभी भी Increased, Produced, Improved और I Helped जैसे कमजोर एक्शन वर्ब का प्रयोग न करें।
लम्बे पैराग्राफ न लिखें-
जब भी Resume बनाए तो इस बात का ख़ास ध्यान रखें की बहुत लम्बे लम्बे पैराग्राफ बिलकुल न लिखें। क्योंकि रिक्रूटर के पास सिर्फ आपका ही Resume नहीं होगा। वह लम्बे पैराग्राफ नहीं पढ़ेगा। इस लिए अपनी पर्सनल डिटेल शार्ट में लिखें।
कॉलेज से पास होने का साल-
यदि आपने हाल फिलहाल में ही कॉलेज पास किया है तो ही Resume में पास होने का साल लिखें। अन्यथा इसको लिखने की आवश्यकता नहीं होती।
इंटर्नशिप और प्राइज-
कभी भी Resume में इंटर्नशिप और प्राइज को नहीं लिखना चाहिए। जितनी जानकारी आवश्यक को बस उतना ही लिखें।
भाषा-
जिस नौकरी या पोस्ट के लिए अप्लाई कर रहे है, यदि उसमें भाषा जरूरी नहीं है तो 3-4 भाषाओं की जानकारी न लिखें।
वर्क हिस्ट्री-
Resume बनाते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें की डिटेल में वर्क हिस्ट्री बिल्कुल न लिखें। जिस पोस्ट के लिए अप्लाई करना है उसी से सम्बंधित जानकारी लिखें।
रेफरेंस-
Resume में रेफरेंस लिखना आपको सीधा रिजेक्शन दिला सकती है। यदि आप किसी के जरिये नौकरी के अप्लाई कर रहे है तो उसका रेफरेंस न लिखें।
डिस्क्लैमर : लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर मौजूद डाटा से ली गई है। इसके तथ्यों के लिए दैनिक सवेरा जिम्मेवार नहीं होगा।