देहरादून : भारत देश ऋषियों-मुनियों का देश है। यहां सालों से आयुर्वेद और योग से कई बीमारियों का इलाज किया जाता है। देश में आयुर्वेद की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में एम्स की तरह ही अब उत्तराखंड में जल्द ही ऋषिकुल आयुर्वेद इंस्टिट्यूट (Rishikul Ayurvedic College) की स्थापना होने वाली है, जिसकी तैयारी भी सरकार ने शुरू कर दी है।
हरिद्वार स्थित ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज जल्द ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (All India Institute of Ayurveda) बनने वाला है। इसका प्रपोजल केंद्र सरकार को भेजा गया है। 104 साल पहले स्थापित ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज को एम्स की तर्ज पर मान्यता मिलेगी तो उत्तराखंड के आयुर्वेद को लोकप्रियता मिल सकती है।
आयुष सचिव पंकज कुमार पांडे ने बताया कि पिछले दिनों केंद्र सरकार के आयुष मंत्री ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था कि राज्य में किसी आयुर्वेद कॉलेज का प्रपोजल केंद्र को भेजें जिसे अपग्रेड कर ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद में तब्दील किया जा सके। इसके लिए हरिद्वार स्थित ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज का प्रपोजल राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को भेजा है। जल्द ही केंद्र की संस्तुति मिल सकती है।
पांडे ने केंद्रीय आयुष सचिव से मुलाकात की और उन्हें सहमति दी गई। साथ ही कहा गया कि इसका एक प्रस्ताव आयुष मिशन के सप्लीमेंट्री ग्रांट के तहत भी भेजा जाए। भारत सरकार इसे सीधे टेकअप कर रही है। इसके अनुरूप दोनों में से किसी एक तरह का फंड मिल जाएगा।