कश्मीरी चाहते हैं कि पंडित वापस लौटें, खुशी से साथ में रहें: महबूबा मुफ्ती

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में वापस लौटने और बसने के लिए किसी राजनीतिक दल की मदद की जरूरत नहीं है क्योंकि घाटी के लोग खुद पंडितों की वापसी को आतुर हैं और वैसे ही एक साथ रहना चाहते है जैसे पहले.

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में वापस लौटने और बसने के लिए किसी राजनीतिक दल की मदद की जरूरत नहीं है क्योंकि घाटी के लोग खुद पंडितों की वापसी को आतुर हैं और वैसे ही एक साथ रहना चाहते है जैसे पहले रहते थे। मुफ्ती ने मंगलवार को वरिष्ठ फोटो पत्रकार रोशन लाल शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए श्रीनगर के अभि गुजर का दौरा करने के बाद मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘कश्मीरी लोग कश्मीरी पंडितों की वापसी और घाटी में फिर से पहले की तरह शांति से रहना चाहते हैं, जैसे ही जैसे सभी एक खूबसूरत माहौल में एक साथ रह रहे थे।’’ उन्होंने कहा कि जो कश्मीरी पंडित जम्मू या अन्य स्थानों पर विषम परिस्थितियों में रह रहे हैं, उन्हें कश्मीर में बसने के लिए सरकार या महबूबा मुफ्ती या भाजपा या किसी अन्य पार्टी से किसी तरह मदद की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां की आवाम कश्मीरी पंडितों को वापस लौटते और एक साथ रहते हुए देखना चाहते हैं, जैसे वे पहले खुशी से रहते थे।’’ मुफ्ती ने कहा कि जब कश्मीरी पंडित, सिख, बौद्ध ईसाई और मुस्लिम एक साथ रह रहे थे तो यह समाज के वास्तविक सांस्कृतिक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता था। मुफ्ती ने कश्मीर पर बन रही उन फिल्मों की आलोचना की, जिनसे यहां के लोगों का नाम खराब होता है। उन्होंने कहा, ‘‘अप्रिय स्थिति के बावजूद, रोशन लाल का परिवार कश्मीर में रहा और मुसलमानों के साथ रहा, यह भाईचारे की एक मिसाल है और उन लोगों को करारा जवाब है जो कश्मीर के नाम को करने के लिए ऐसी फिल्में बना रहे हैं।’’

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