कलां (रजनीश धार): धान की हुई सरकारी खरीद और निजी खरीद मामले में किसानों के बैंक खाते में 170 रुपए प्रति क्विंटल कम डाले जाने पर किसानों की ओर से रोष जताते हुए इस मामले की विजिलैंस जांच करवाने की मांग को लेकर रोष प्रदर्शन किया गया।
जानकारी देते हुए रविन्द्र कुमार, बीरू राम, दिलावर, मंगल, गगन सिंह, राजिंदर, बलवान सिंह, हैप्पी आदि ने बताया कि किसानों ने अपनी धान की फसल जो आढ़तियों और शैलर मालिकों को बेची गई थी और उन्हें पैसों की जो पर्चियां दी गई थी, उसके मुताबिक उनके बैंक खातों में 170 रुपए प्रति क्विंटल रकम कम डाली गई।
किसानों ने बताया कि जिले में हजारों किसान हैं, अब इसी से अगर हिसाब लगाया जाए तो किसानों के लाखों करोड़ों रुपए की आढ़ती और शैलर मालिकों ने धोखाधड़ी की है। किसानों ने बताया कि अगर इस मामले की पंजाब विजिलैंस ब्यूरो जांच करे तो लाखों करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी सामने आ सकती है।
उन्होंने कहा कि एक किसान को 170 प्रति क्विंटल कम रुपए डाले जाने से 10 हजार रुपए से लेकर 25 हजार रुपए तक का आर्थिक नुक्सान हुआ है। उन्होंने विजीलैंस ब्यूरो को इस मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच करने की मांग करते हुए आरोपियों पर बनती कारवाई की मांग की है।