व्यापारियों केआह्वान पर बरनाला शहर बंद रहा पूर्ण बंद

गत कई दिनों से व्यापारियों व किसानों में चल रहे इमीग्रेशन के विवाद में बरनाला में सभी बाजार और दुकानें पूर्ण रूप से बंद रही।


बरनाला: गत कई दिनों से व्यापारियों व किसानों में चल रहे इमीग्रेशन के विवाद में बरनाला में सभी बाजार और दुकानें पूर्ण रूप से बंद रही। सिर्फ मैडीकल स्टोर केवल आपातकालीन सेवाओं के लिए खुले रहे। बाजार में एकत्रित होकर दुकानदारों और व्यापारियों ने किसान यूनियन, सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया व नारेबाजी की। व्यापार मंडल के नेताओं ने किसान यूनियन पर ब्लैकमेलिंग कर परेशान करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने संघर्ष को और तेज करने के साथ ही पंजाब बंद करने की भी चेतावनी दी। इस मौके पर व्यापार मंउल के अध्यक्ष अनिल बांसल नाणा ने प्रशासन पर सुनवाई न करने का आरोप लगाया व स्थानीय मंत्री का चुनाव में बहिष्कार का ऐलान किया।

बता दें कि किसान यूनियन एक युवक को विदेश भेजने के मामले को लेकर इमीग्रेशन एजेंट के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है, इसी प्रदर्शन के दौरान सोमवार को किसान यूनियन और व्यापारी वर्ग आमने-सामने आ गए और दोनों के बीच मारपीट हो गई व इसी मारपीट में कुछ व्यापारियों के चोटें लगी। इस धक्केशाही के विरोध में व्यापारियों ने आज बरनाला बंद रखा । इस मौके बातचीत करते हुए प्रदर्शनकारी व्यापारियों और दुकानदारों ने कहा कि किसान यूनियन द्वारा एक इमीग्रेशन व्यापारी को तंग परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले व्यापारियों के साथ बुरी तरह से मारपीट की थी। जिसकी वीडियो भी सबके सामने है।

किसान यूनियन द्वारा व्यापारियों के साथ यह सरासर गुंडागर्दी व धककेशाही की गई है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। शहर की सभी दुकानें और कारोबार बंद करके व्यापारियों और दुकानदारों द्वारा सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान यूनियन का काम किसानी मुद्दों पर अपना संघर्ष करना है। परंतु यह यूनियन ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जहर किसान यूनियन व्यापारियों को ब्लैकमेल करके पैसे वसूल रही है और इन्होंने अपना धंधा बना लिया है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो पंजाब बर्बाद हो जाएगा। सरकार और प्रशासन को ऐसे ब्लैकमेल लोगों पर काबू करने की जरूरत है।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसान यूनियन वाले कानून, अदालत, पुलिस और प्रशासन को टिच करके जानते हैं। हर तरह की समझौते पैसे लेकर खुद करने लगे हैं। प्रशासन और सरकार द्वारा इन पर कोई कार्यवाही न करने कारण इनके हौसले दिन व दिन बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि चल रहे इमीग्रेशन व्यापारी के मामले में पुलिस के पास दोनों पक्षों की शिकायत पहुंची हुई है। कानून अनुसार इसके खिलाफ भी कार्यवाही बनती है वह की जाए। किसान यूनियन की धक्केशाही को तुरंत रोका जाए।

इस मौके पर भाजपा के सीनीयर नेता धीरज दधाहूर ,बजरंग दल के नीलमणि समाधिया,उपिन्द्र सरपंच,समाज सेवी रामलाल बदरा,भाजपा नेता प्रेम प्रीतम जिंदल,आप नेता कृष्ण कुमार बिटटू, कपिल दादू,मोनू गोयल,सुभाष गर्ग बाला जी,सुशील कुमार आदि हाजिर थे। बीकेयू डकौंदा बुर्जगिल समूह के नेताओं ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए इमीगरेशन ऐजंट के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।


इस मौके पर प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि किसान संगठन खुद एक अग्रवाल परिवार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रही है। लेकिन कुछ लोग इस संघर्ष को व्यापारियों के खिलाफ पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले पर बाजार बंद करना बेहद गलत है। पीड़ित परिवार के साथ धक्केशाही की जा रही है, उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष इमीग्रेशन कंपनी के खिलाफ है, किसी कारोबारी के खिलाफ नहीं। उन्होंने व्यापारियों के आरोपों पर कहा कि हमारा संगठन
सिर्फ पीड़ितों की मदद कर रहा है। जबकि पैसों के आरोप पूरी तरह से गलत हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हमें न्याय का आश्वासन दिया है। हमारी मांग है कि उक्त इमीग्रेशन कंपनी के मालिक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके जेल भेजा जाये।

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