पाकिस्तान सीमा के पास अमृतसर में पहली बार होगी BSF की स्थापना दिवस परेड

नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 58वीं स्थापना दिवस परेड 4 दिसंबर को अमृतसर के गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में आयोजित की जाएगी। यह पहली बार है कि बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड पंजाब में और दूसरी बार दिल्ली से बाहर हो रही है। इसके पहले यह परेड राजस्थान के जैसलमेर में हुई थी।.

नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 58वीं स्थापना दिवस परेड 4 दिसंबर को अमृतसर के गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में आयोजित की जाएगी। यह पहली बार है कि बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड पंजाब में और दूसरी बार दिल्ली से बाहर हो रही है। इसके पहले यह परेड राजस्थान के जैसलमेर में हुई थी। बीएसएफ की तरफ से ये जानकारी साझा की गई है।

देश की सरहद की सुरक्षा करने वाले अर्धसैनिक बल बीएसएफ का स्थापना दिवस एक दिसंबर यानी आज गुरुवार को देश भर की सीमाओं पर मनाया जा रहा है। वहीं 4 दिसंबर को बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड पाकिस्तान सीमा के निकट अमृतसर में होगी। यह दूसरा अवसर है, जब बीएसएफ की सालाना परेड दिल्ली से बाहर आयोजित की जा रही है। गत वर्ष सीमा सुरक्षा बल की स्थापना दिवस परेड राजस्थान के जैसलमेर (पाकिस्तान से लगते बॉर्डर) में हुई थी। इस साल कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

एडीजी (वेस्टर्न कमांड) पी.वी. रामाशास्त्री ने बताया कि इस परेड में 12 टुकड़ियां हिस्सा लेंगी, जिसमें महिला प्रहरी दल, प्रसिद्ध ऊंट दल, ऊंट बैंड और घुड़सवार दल शामिल हैं। इसके अलावा सेंट्रल स्कूल ऑफ मोटर ट्रेनिंग बीएसएफ टीम द्वारा गजराज और चेतक ड्रिल सहित विभिन्न शो होंगे, जिसमें मोटर वाहनों को तोड़ना, बाधा पार करना और असेंबली करना शामिल है। वहीं बीएसएफ की सीमा भवानी द्वारा मोटरसाइकिल शो और डॉग शो भी दिखाया जाएगा।

दरअसल दो-तीन वर्ष पहले तक सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की स्थापना दिवस परेड दिल्ली-एनसीआर में ही आयोजित हो रही थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि भारत सरकार ने अब ऐसे कार्यक्रम देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके पीछे मकसद है कि देश और सीमाओं की सुरक्षा में लगे केंद्रीय बलों एवं राष्ट्र की जनता के बीच आत्मीयता का संबंध स्थापित हो। गौरतलब है कि बीएसएफ की स्थापना वर्ष 1965 में भारत की सीमाओं की रक्षा और अंतर्राष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिए की गई थी। बीएसएफ केंद्र सरकार के गृह मंत्रलय के अंतर्गत आता है। बांग्लादेश की आजादी में सीमा सुरक्षा बल की अहम भूमिका रही है।

 

 

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