चंडीगढ़ में पिछले नौ दिनों से चल रही कैब चालकों की हड़ताल हुई खत्म

चंडीगढ़ में पिछले नौ दिनों से चल रही कैब चालकों की हड़ताल आखिरकार शनिवार को खत्म हो गई। प्रशासन कैब चालकों की ज्यादातर मांगों को मानने के लिए तैयार हो गया है, इसलिए उन्होंने हड़ताल समाप्त कर दी। कैब चालक अमनदीप सिंह और इंदरजीत मान सेक्टर-25 स्थित रैली ग्राउंड में पहले दिन से ही भूख.

चंडीगढ़ में पिछले नौ दिनों से चल रही कैब चालकों की हड़ताल आखिरकार शनिवार को खत्म हो गई। प्रशासन कैब चालकों की ज्यादातर मांगों को मानने के लिए तैयार हो गया है, इसलिए उन्होंने हड़ताल समाप्त कर दी। कैब चालक अमनदीप सिंह और इंदरजीत मान सेक्टर-25 स्थित रैली ग्राउंड में पहले दिन से ही भूख हड़ताल पर बैठे थे। शनिवार को परिवहन निदेशक प्रद्युम्न सिंह व स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीएस) के सचिव रूपेश कुमार ने रैली ग्राउंड पहुंचकर दोनों यूनियन नेताओं को जूस पिलाकर उनकी भूख हड़ताल समाप्त करवाई। साथ ही आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा और एग्रीगेटर कंपनियों से उनकी बात भी करवाई जाएगी।

हड़ताल खत्म होते ही प्रशासन की तरफ से एक आदेश भी जारी कर दिया गया। इसमें प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि उन्होंने दो एग्रीगेटर कंपनियों ओला व उबर को शहर में कैब सर्विस के लिए लाइसेंस दिया हुआ है, इसलिए वह इन दोनों कंपनियों की ही सिर्फ पीले रंग नंबर प्लेट वाली कैब बुक करें। बिना पंजीकरण वाली कंपनियों की कैब बुक न करें। साथ ही सफेद नंबर प्लेट वाली कैब व बाइक टैक्सी में सफर न करें। ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर ड्राइवर व यात्री दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।रैली ग्राउंड पहुंचे परिवहन निदेशक प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि प्रशासन कैब चालकों की सभी मांगों के प्रति गंभीर है। उन्होंने कहा कि नई एग्रीगेटर पॉलिसी में उनकी सभी मांगों का ध्यान रखा जाएगा। पुरानी पॉलिसी के साथ पंजीकृत ऑपरेटर अब नई पॉलिसी के तहत पंजीकृत किए जाएंगे, जिसके जरिए स्थायी तौर पर उनकी समस्याओं का हल हो जाएगा।

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