जीरा एनकाउंटर में मारे गए तस्करों के परिवारों ने लगाए पुलिस पर आरोप, पढ़ें पूरी खबर

परिवार ने बताया झूठा एनकाउंटर, की इंसाफ की मांग

फ़िरोज़पुर : जीरा में पुलिस और नशा तस्करों के बीच हुए एनकाउंटर में मोगा जिला के गांव मंदर और मुंडी जमाल के रहने वाले तीन आरोपीयो में से 2 की मौके पर ही मौत हो गाई थी और एक आरोपी घायल अवस्था में होने के कारण फरीदकोट के मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाया गया था। जिस को लेकर तस्कर के परिवार वालों ने पुलिस पर झूठे एनकाउंटर करने के आरोप लगाया है।

जानकारी देते हुए गांव मंदर के रहने वाले मृतक सुखबीर की पत्नी ने कहा के मेरा पति गांव के रहने वाले अनमोल के साथ उसकी कार लेने गया था। उसने मुझे अस्पताल दवाई दिलाने जाना था। परंतु हमे सूचना मिली के मेरे पति का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। मेरे पति न कोई नशा करते है और ना ही इन पर कोई मुकदमा दर्ज है। वो तो गांव में ही दिहाड़ी का काम करते है। हम इंसाफ की मांग करते है।

वहीं मृतक संदीप सिंह के दादा ने कहा कि संदीप सिंह खेती बाड़ी का काम करता है और शाम तीन बजे मेरे पास से ही अपने दोस्तों के साथ गया और थोड़ी ही देर बाद हमे सूचना मिली के संदीप की मौत हो गई है। जो पुलिस ने एनकाउंटर किया वो झूठा है। इसकी जांच होनी चाहिए और हमे इंसाफ मिलना चाहिए।

वहीं घायल अनमोल के परिजनों ने कहा कि अनमोल सिंह चंडीगढ़ में कैब चलाता है वह एक विवाह में आया हुआ था। वह अपने दोस्तों के साथ 3.30 बजे अपनी कार में शहर गया था। हमे सूचना मिली के अनमोल को पुलिस ने एनकाउंटर कर गंभीर घायल कर दिया जो कि इस टाइम फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में दाखिल है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसकी शादी को एक साल ही हुआ है। उसकी बेटी 5 महीने की है और वह भी अनमोल के साथ चंडीगढ़ में ही रहती है। वहीं उन्होंने कहा कि यह जो एनकाउंटर हुआ है वह झूठा हुआ है। इसकी जांच होनी चाहिए और हमे इंसाफ मिलना चाहिए।

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