चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने गुरुवार को कहा कि आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी और चंद्रमा की सेल्फी और तस्वीरें ली हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज बिंदु (एल1) के लिए निर्धारित आदित्य-एल1 ने एक सेल्फी ली है और साथ ही पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें भी ली हैं। इसरो ने.
नई दिल्ली : आदित्य-एल1 ने गुरुवार को सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु (एल1) की ओर बढ़ते हुए पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें भेजीं। इसरो ने ट्विटर पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “दर्शकों! सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु के लिए नियत आदित्य-एल1, पृथ्वी और चंद्रमा की सेल्फी और तस्वीरें लेता है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, पृथ्वी.
बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को कहा कि देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ की पृथ्वी की कक्षा से संबंधित पहली प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है। इसरो के मुताबिक, इस प्रक्रिया को यहां स्थित इसरो टेलीमेट्री, ट्रैंकिग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) से अंजाम दिया गया। अंतरिक्ष एजेंसी ने यह.
हम AdityaL1 – सौर अवलोकन मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए अपने वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष इंजीनियरों, शोधकर्ताओं और ISRO के हमारे कड़ी मेहनत करने वाले कर्मियों के ऋणी और आभारी हैं। हम सब मिलकर उनकी सफलता का जश्न मनाते हैं और अपनी कृतज्ञता के साथ उनका सम्मान करते हैं। भारत ने सूर्य की यात्रा 2006 में.
‘आदित्य एल1’ सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष यान होगा। इसे शनिवार पूर्वाह्न् 11 बजकर 50 मिनट पर इसरो के भरोसेमंद पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) के जरिये श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया जाएगा। ‘आदित्य एल1’ के 125 दिनों में लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर लैग्रेंजियन.
आदित्य-L1 मिशन को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा बेंगलूरूः भारत के पहले सौर मिशन ‘आदित्य एल1’ के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू हो गई है जिसे ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) से छोड़ा जायेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने यह जानकारी दी। सौर वेधशाला मिशन शनिवार.
चंडीगढ़ : स्कूली छात्रों में वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने की पहल के रूप में, पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों के छात्रों को अंतरिक्ष मिशन के प्रक्षेपण को देखने के लिए भेज रही है। चंद्रयान 3 और पीएसएलवी-सी56 के सफल प्रक्षेपण के बाद, इसरो भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 के प्रक्षेपण के लिए पूरी तरह तैयार.
नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख एस सोमनाथ ने श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर का दौरा किया और भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए प्रार्थना की। आदित्य एल1 भारत में अपनी तरह का पहला मिशन है, जो एक बिंदु एल1 से सूर्य का अवलोकन और अध्ययन करेगा। मिशन.
बेंगलुरुः सूर्य का अध्ययन करने से संबंधित ‘आदित्य-एल1’ मिशन के बारे में अद्यतन जानकारी देते हुए इसरो ने बुधवार को कहा कि प्रक्षेपण का पूर्वाभ्यास और रॉकेट की आंतरिक पड़ताल पूरी हो चुकी है। इस मिशन को दो सितंबर को पूर्वाह्न 11.50 बजे श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया जाना है। आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को.
चेन्नईः भारत का पहला सौर अन्वेषण मिशन आदित्य-एल1 उपग्रह सूर्य की सतह का व्यवस्थित अध्ययन करने के लिए देश में विभिन्न प्रयोगशालाओं द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित सात वैज्ञानिक पेलोड ले जाएगा। जो सितंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि कि आदित्य एल-1 के साथ 7.