UP के राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को मिले एक लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को राज्य के विभिन्न जिलों में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्ताव निवेशकों से मिले हैं। इन निवेश प्रस्तावों में से 83,000 करोड़ रुपये के निवेश वाले समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इन एमओयू को.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को राज्य के विभिन्न जिलों में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्ताव निवेशकों से मिले हैं। इन निवेश प्रस्तावों में से 83,000 करोड़ रुपये के निवेश वाले समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इन एमओयू को 10-12 फरवरी 2023 को लखनऊ में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान अंतिम रूप दिया जाएगा ताकि निवेशक कंपनियां परियोजनाओं के क्रियान्वयन का कार्य जल्द शुरू कर सकें। राज्य सरकार के एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस निवेशक सम्मेलन के जरिये उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर घरेलू एवं विदेशी निवेश जुटाने का लक्ष्य रखा है।

इस लिहाज से यूपीसीडा ने इस लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में अहम योगदान दिया है। यूपीसीडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मयूर माहेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश को एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यस्था बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। इस लक्ष्य को पाने के लिए यूपीसीडा के वरिष्ठ अधिकारियों की नौ टीमों का गठन कर प्रथम चरण में प्रदेश के 22 जिलों में निवेशकों एवं उद्यमियों के साथ निवेश बैठकें आयोजित की गईं। निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित गोष्ठियों में निवेशकों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

मुख्य रूप से खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, वाहन, निजी औद्योगिकी पार्क, भंडारण, कागज, चिकित्सा, जैव-ईंधन, खिलौना उत्पाद, डेटा सेंटर, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों में इकाइयां लगाने में रुचि दिखाई गई है। माहेश्वरी ने बताया कि निवेशक सम्मेलन से पहले प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम गठित कर राज्य के अन्य जिलों में भी निवेश गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी। साथ ही सरकार की अन्य निवेश नीतियों का प्रचार-प्रसार कर नीतियों के अंतर्गत निवेश कराते हुए अधिक से अधिक रोजगार सृजित करने हेतु निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर किए जा चुके एमओयू के क्रियान्वित होने के बाद हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि निवेशकों को भूमि उपलब्ध कराने के लिए यूपीसीडा ने 15,000 एकड़ से अधिक का भूमि बैंक तैयार कर लिया है। हस्ताक्षर किए जा चुके एमओयू में गाजियाबाद में ग्रूपेकर्स नेटवर्क द्वारा 10,000 करोड़ रुपये के निवेश से निजी पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव भी शामिल है जहां करीब 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी तरह गौतमबुद्धनगर में मोबिलिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप द्वारा 8,000 करोड़ रुपये के निवेश से लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस पार्क स्थापित करने से 1,000 लोगों को नौकरी मिलेगी। कानपुर में मेगा लेदर क्लस्टर डेवलपमेंट (यूपी) लिमिटेड 6,000 करोड़ रुपये के निवेश से चमड़ा उद्योग लगाने वाली है जहां पर करीब दो लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।

प्रतापगढ़ में भी धरित्री सॉल्यूशन प्रा. लि. एसएमआरएम इनोवेटिव वेंचर्स प्रा० लि. 9,000 करोड़ रुपये के निवेश से निजी औद्योगिक पार्क स्थापित करने वाली है जहां 50,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इसी तरह सोनभद्र में सिटी गोल्ड इंडस्ट्रियल प्रा.लि. की तरफ से 3,000 करोड़ रुपये के निवेश से सीमेंट संयंत्र लगाने का प्रस्ताव है जहां करीब 1,000 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। लखनऊ में वेलस्पन और लॉजिस्टिक्स पार्क्स प्रा. लि. करीब 2,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही हैं। इनके अलावा भी कई जिलों में हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव यूपीसीडा को मिले हैं।

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