Swaminathan को कृषि क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन के लिए सदा रखा जाएगा याद: Rakesh Tikait

नोएडाः किसान नेता राकेश टिकैत ने बृहस्पतिवार को मशहूर वैज्ञनिक एमएस स्वामीनाथन को याद करते हुए कहा कि कृषि और किसानों की दशा में सकारात्मक परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा में उनकी भूमिका के लिए देश सदैव उन्हें याद रखेगा। ‘एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन’ ने कहा कि भारत में हरित क्रांति के जनक स्वामीनाथन का चेन्नई.

नोएडाः किसान नेता राकेश टिकैत ने बृहस्पतिवार को मशहूर वैज्ञनिक एमएस स्वामीनाथन को याद करते हुए कहा कि कृषि और किसानों की दशा में सकारात्मक परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा में उनकी भूमिका के लिए देश सदैव उन्हें याद रखेगा। ‘एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन’ ने कहा कि भारत में हरित क्रांति के जनक स्वामीनाथन का चेन्नई स्थित उनके आवास पर पूर्वाह्न् सवा 11 बजे निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। स्वामीनाथन लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैट ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मशहूर कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन के निधन की खबर से बहुत दुख हुआ।’’ टिकैट ने कहा कि यह देश भारतीय कृषि और कृषकों की दशा में सकारात्मक परिवर्तन लाने और खाद्य सुरक्षा में उनकी भूमिका को सदैव याद रखेगा। टिकैट ने कहा, ‘‘आपके विचारों की यह लड़ाई हम सब मिलकर जारी रखेंगे।’’ स्वामीनाथन वर्ष 1960 के दशक में भारत में हरित क्रांति के प्रेरक थे।
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