पी.जी.आई. चंडीगढ़ के हेमटोलॉजी विभाग में नई डायग्नोस्टिक नेक्स्ट-जनरेशन सीक्वेंसिंग टेस्टिंग का उद्घाटन

पीजीआई चंडीगढ़ के हेमटोलॉजी विभाग में शुक्रवार, 19 जुलाई 2024 को एक नई नेक्स्ट-जनरेशन सीक्वेंसिंग उपकरण की स्थापना की गई। हेमटोलॉजी (प्रयोगशाला) की प्रमुख डॉ. रीना दास और क्लिनिकल हेमटोलॉजी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. पंकज मल्होत्रा के कर-कमलों ने बताया यह उन्नत उपकरण आधुनिक प्रयोगशालाओं मैं कई गंभीर रक्त रोगों के निदान.

पीजीआई चंडीगढ़ के हेमटोलॉजी विभाग में शुक्रवार, 19 जुलाई 2024 को एक नई नेक्स्ट-जनरेशन सीक्वेंसिंग उपकरण की स्थापना की गई। हेमटोलॉजी (प्रयोगशाला) की प्रमुख डॉ. रीना दास और क्लिनिकल हेमटोलॉजी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. पंकज मल्होत्रा के कर-कमलों ने बताया यह उन्नत उपकरण आधुनिक प्रयोगशालाओं मैं कई गंभीर रक्त रोगों के निदान में मदद करता है। सरकारी अस्पताल में इस सुविधा की उपलब्धता से विभिन्न गंभीर रक्त कैंसर और अस्थि मज्जा विफलता वाले बच्चों को लाभ होने की संभावना है । इनके अलावा अज्ञात कारणों से रक्तस्राव या एनीमिया (रक्त की कमी) से पीड़ित रोगियों के लिए यह मशीन अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी। इसके अभाव मैं ऐसे रोगी अपनी बीमारियों के निदान के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते रहते हैं। इस सीक्वेंसर से उनके प्रतीक्षा समय में कटौती होगी, साथ ही उनकी भावी पीढ़ियों को हीमोफिलिया और थैलेसीमिया जैसी ख़तरनाक़ आनुवंशिक रक्त की बीमारियों से छुटकारा पाने की उम्मीद भी मिलेगी।

उपर्युक्त परीक्षण वर्तमान समय में या तो कुछ निजी प्रयोगशालाओं में ही उपलब्ध हैं या फ़िर कुछ शोध संस्थान जहाँ से यह नियमित रोगी देखभाल परीक्षण के रूप में प्राप्य नहीं हैं। पी.जी.आई. बड़ी संख्या में गरीब मरीजों के साथ-साथ सरकारी कल्याणकारी योजनाओं जैसे के आयुष्मान भारत, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, सी.जी.एच.एस. और हिमकेयर तहत आने वाले मरीजों का इलाज चलता है। इसलिए, इस शीर्ष संस्थान में इस सेवा की शुरुआत समाज के इन वंचित और ज़रूरतमंद वर्गों के लिए जीवन-रक्षक साबित होगी।

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