वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में शामिल एक और भगौड़े एजेंट को विजिलेंस ने किया गिरफ्तार

चंडीगढ़: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई) नरेश केलर की मिलीभगत से बस्ती गुज्जन निवासी एजेंट वरिंदर सिंह दीपू को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने उसका मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया है जिसे घोटाले के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए.

चंडीगढ़: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई) नरेश केलर की मिलीभगत से बस्ती गुज्जन निवासी एजेंट वरिंदर सिंह दीपू को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने उसका मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया है जिसे घोटाले के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए डेटा विशेषज्ञों को भेजा जाएगा।

इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने एमवीआई, जालंधर के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और बड़े पैमाने पर निजी एजेंटों की मिलीभगत से वाणिज्यिक और निजी वाहनों की जांच किए बिना फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने का खुलासा हुआ। प्रवक्ता ने आगे बताया कि पर्याप्त सबूतों के आधार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7ए और आईपीसी की धारा 420, 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इस मामले में कुल 9 आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें नरेश केलर, रामपाल उर्फ ​​राधे, मोहनलाल उर्फ ​​कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह व हरविंदर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ ​​भोलू, बृजपाल सिंह उर्फ रिकी और ​​अरविंद कुमार उर्फ ​​बिंदू (सभी निजी एजेंट) जेल में बंद हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस मामले की आगे की जांच जारी है और बाकी फरार आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

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