महिला कोच द्वारा छेड़खानी के आरोप लगाने के बाद एक बार फिर हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह सुर्ख़ियों में हैं। इस बार कॉमनवेल्थ विजेता बॉक्सर जैस्मिन की सुनवाई ना करने का आरोप है। जैस्मिन 6 महीनों से हरियाणा सरकार व खेल मंत्री से अपने बेसिक कोच का तबादला रुकवाने की गुहार कर रही है।
इस बार गोरों की ज़मीन बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में भिवानी की बॉक्सर बेटियों ने अपने मुक्के के दम पर देश का गौरव बढ़ाया था। जब ये बेटिया मेडल लेकर देश लोटी तो लोगों ने सिर आँखों पर बैठाया। सरकार ने बेटियों पर करोड़ों रूपये की बारिश की थी। पर अब इन्हीं में से एक बेटी खेल मंत्री संदीप सिंह से अपने बेसिक कोच का तबादला रुकवाने की महीनों से गुहार लगा रही है। पर हैरानी की बात ये है कि महीनों से इस बॉक्सर बेटी की कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रोंज मेडल विजेता बॉक्सर बेटी जैस्मिन लंबोरिया के बेसिक कोच संदीप का 6 महीने पहले भिवानी से हिसार तबादला कर दिया गया। अब जैस्मिन अपने बेसिक कोच का तबादला रुकवाने के लिए हर किसी से गुहार लगा चुकी है। खुद खिलाड़ी रहते खेल मंत्री बने संदीप सिंह ने भी आज तक कोई जवाब नहीं दिया है। जबकि हरियाणा सरकार की पॉलिसी है कि एक अच्छे खिलाड़ी के बेसिक कोच का तबादला नहीं होगा।
कॉमनवेल्थ विजेता बॉक्सर जैस्मिन का कहना है कि एक अच्छे खिलाड़ी को बेसिक कोच का तबादला ना करना हरियाणा सरकार की अच्छी पॉलिसी है। पर छह महीने पहले इसके बेसिक कोच का तबादला भिवानी से हिसार कर दिया गया। तबादला रुकवाने के लिए वो खेल निदेशक व उसके बाद खेल मंत्री से गुहार लगा चुकी हैं पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी को लेकर वो सीएम मनोहरलाल को भी पत्र लिख चुकी हैं। जैस्मिन का कहना है कि अपने बेसिक कोच के तबादले से उसका खेल प्रभावित हुआ है। वो नेशनल चैंपियनशिप भी नहीं खेल पाई। जैस्मिन ने एक बार फिर मीडिया के माध्यम से खेल मंत्री संदीप सिंह से अपने बेसिक कोच का तबादला रुकवाने की गुहार लगाई है।