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‘परिसीमन कोई मुद्दा नहीं, DMK जनता को गुमराह कर रही’, तमिलनाडु सरकार भड़के अन्नामलाई

Annamalai criticises Tamil Nadu government ; नेशनल डेस्क: तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के. अन्नामलाई ने परिसीमन पर चल रही राजनीतिक बहस की आलोचना की है। उन्होंने इसे “गैर-मुद्दा” बताया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन जानबूझकर विवाद खड़ा कर रहे हैं। अन्नामलाई ने मीडिया से कहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव की तरह हम अब लोगों.

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Annamalai criticises Tamil Nadu government ; नेशनल डेस्क: तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के. अन्नामलाई ने परिसीमन पर चल रही राजनीतिक बहस की आलोचना की है। उन्होंने इसे “गैर-मुद्दा” बताया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन जानबूझकर विवाद खड़ा कर रहे हैं। अन्नामलाई ने मीडिया से कहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव की तरह हम अब लोगों से बात कर रहे हैं। एक समिति ने संसद के सामने अपनी रिपोर्ट पेश की है और अब हमें आगे का रास्ता पता है।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि जब परिसीमन की घोषणा की जाएगी, तो वह गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बताए गए आनुपातिक सिस्टम के अनुसार होगा। अन्नामलाई ने कहा, “कर्नाटक में 543 में से 28 सांसद हैं, और यह अनुपात भविष्य में भी रहेगा। तमिलनाडु में 543 में से 39 सांसद होंगे और यह अनुपात भी बना रहेगा।” उन्होंने बताया कि सभी राज्यों में समान आनुपातिक प्रणाली लागू होगी, जिससे किसी राज्य को फायदा नहीं होगा और न ही किसी राज्य को नुकसान होगा

असफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही DMK
अन्नामलाई ने डीएमके और उसके सहयोगियों को “हंगामा” करने के लिए आलोचना की और आरोप लगाया कि वे अपनी असफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को यह सब हंगामा क्यों करना पड़ा और 22 मार्च को दक्षिणी राज्यों के नेताओं को क्यों बुलाना पड़ा? यह सब सिर्फ अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए था।” उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों द्वारा किया गया यह नाटक अनावश्यक था और विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अन्नामलाई ने यह भी कहा कि राज्य सरकारों को विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने और राज्य के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए।

डीएमके का बजट खोखला: अन्नामलाई
अन्नामलाई ने डीएमके सरकार के पांचवे बजट पर भी निशाना साधा और कहा कि इसमें सिर्फ “प्रचार के लिए खोखली घोषणाएं” हैं और हर साल “हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार” होता है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “डीएमके का बजट हर साल खोखला होता है, इसमें केवल प्रचार के लिए घोषणाएं होती हैं और चुनावी वादों का पालन नहीं होता।” यह बयान डीएमके के वित्त मंत्री थंगम थेन्नारासु द्वारा बजट पेश करने के बाद आया, जिसमें उन्होंने सरकारी स्कूलों के लिए अपनी निधि का उपयोग करने की घोषणा की।

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