Rajyasabha Winter Session ; नई दिल्ली । राज्यसभा में आज एक बार फिर जोरदार हंगामा हुआ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर सत्र के दौरान जमकर बोला और आरोप भी लगाए। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनको संसदीय परंपरराओं पर कोई भरोसा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर राज्यसभा के सभापति का अपमान करने का भी आरोप लगाया है। नड्डा ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे सभापति पर अपमानजनक टिप्पनी करते है। वे सदन के चेयरमैन को चीयरलीडर कहकर अपमानित किया है।
वहीं नड्डा ने आरोप लगाया, “कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि जॉर्ज सोरोस का सोनिया गांधी से क्या संबंध है।” उन्होंने कहा कि चेयरमैन का अपमान किया गया है और इस पर हम निंदा प्रस्ताव लाएंगे। नड्डा ने यह भी कहा कि देश की जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी, क्योंकि कांग्रेस देश को भटकाने का प्रयास कर रही है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने BJP को जवाब दिया
इस पर मल्लिकार्जुन खरगे ने जेपी नड्डा के आरोपों का जवाब दिया। खरगे ने कहा कि सरकार सदन को चलाना नहीं चाहती, और वह असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जानबूझकर सदन में हंगामा पैदा किया और विपक्ष के मुद्दों से देश की जनता का ध्यान हटाने की कोशिश की। खरगे बोल ही रहे थे कि हंगामे की वजह से सभापति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
#WATCH | Delhi: Union Minister and BJP chief JP Nadda says, “Yesterday the Congress president Mallikarjun Kharge levelled allegations against the Rajya Sabha chairman. Mallikarjun Kharge who is a very senior leader should have the information that the ruling of the chairman is… pic.twitter.com/0O81g9XkaS
— ANI (@ANI) December 12, 2024
सदन के बाहर विपक्ष पर बरसे नड्डा
सदन स्थगित होने के बाद, जेपी नड्डा ने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सभापति के फैसले पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। उन्होंने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्यसभा के सभापति पर आरोप लगाए, जो निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। यह हास्यास्पद है कि सदन में बोलने का मौका मिलने के बावजूद खरगे ने इसे मना कर दिया।”
नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को सदन में सहयोग करना नहीं है और वे अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं को चैंबर में कई बार बुलाया गया था, लेकिन वे वहां नहीं गए। इससे यह साफ होता है कि कांग्रेस सदन की कार्यवाही में कोई मदद नहीं करना चाहती।
सभापति ने छह नोटिसों को किया खारिज
आज के दिन के पहले सत्र में, सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में रखे गए कागजात और रिपोर्टों की घोषणा की और फिर छह नोटिसों को खारिज कर दिया, जिन्हें सदन में उठाने का प्रस्ताव किया गया था। इसके बाद, दिन के निर्धारित कार्य को स्थगित कर दिया गया।